UP NEWS: उत्तर प्रदेश में नवरात्रि के दौरान महिलाओं को सश्क्त बनाने के लिए कानून बनाए गए ताकि महिला शक्ति एक आर्थिक शक्ति के रूप में उभारा जा सके ।
वहीं बात करें रक्त संबंधों की तो इसमें केवल पांच हजार रुपये में संपत्ति दान करने के फैसले किया गया। इस दौरान महज ढाई वर्ष में लगभग 3.27 लाख संपत्तियों पर बेटियों और बहनों का हक पिता व भाइयों ने उनके नाम कर दिया।
महिलाओं को मिल रहा है प्रोपर्टी में अधिकार
इस दौरान महिलाओं के नाम रजिस्ट्री कराने में मिलने वाली एक फीसदी छूट और गिफ्ट डीड पर असर पड़ा है। इसके माध्यम से प्रदेश में प्रापर्टी पर अधिकार मिलने से महिलाओं की स्थिति भी बदल रही है।
आपको बता दें कि बहुत आश्चर्य की बात है कि ढाई वर्ष में 3.75 लाख करोड़ रुपये के घर, ऑफिस और मकान महिलाओं के नाम पर किए गए हैं। जिसमें से 5,000 रुपये की गिफ्ट डीड की बड़ी भूमिका नजर आ रही है।
और इस गिफ्ट डीड का यह रहा कि है कि जहां पहले करीब 60 हजार संपत्तियों पर महिलाओं को विधिक अधिकार मिलता था, वहीं अब ये संख्या बढ़कर 3.27 लाख हो गई है।