UP NEWS: अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) को अल्पसंख्यक संस्थान के रूप में अपना दर्जा बरकरार रखने की अनुमति मिल गई। अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में आज सभी के लिए ऐतिहासिक दिन रहा। क्योंकि आज सुप्रीम कोर्ट की सात जजों की संविधान पीठ ने शुक्रवार को 4:3 बहुमत से 1967 के अपने उस मामले को पलट दिया।
जिसके तहत अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) अल्पसंख्यक संस्थान नहीं है। हालांकि, एएमयू अपना अल्पसंख्यक दर्जा बरकरार रखेगा।आपको बता दें कि लंबे समय से अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय अल्पसंख्यक दर्जे की लड़ाई न्यायालय में लड़ रहा था।
68 साल बीत जाने के बाद भी इस मामले को लेकर कई तरह की चर्चाएं सामने आई। लेकिन अब सुप्रीम कोर्ट के इस आदेश के बाद सियासी गलियारें में अल्पसंख्यक दर्जे को लेकर चर्चा जो चर्चाएं चलती थी उन पर विराम लग चुका है। पूरे मामले पर अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के छात्रों में जश्न का माहौल है।
दरअसल, सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद छात्रों के द्वारा लगातार जश्न मनाया जा रहा है। इसके साथ ही पटाखे चलाने से लेकर मिठाइयां बांटने तक अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के अल्पसंख्यक दर्जे को बहाल होने की खुशी मनाई जा रही है। इसके साथ ही छात्रों का कहना है कि विश्वविद्यालय पर जो एक ही मुद्दे को लेकर सियासत चलती थी। उस मामला पर अब विराम लग चुका है। छात्रों का कहना है कि आज का दिन मुस्लिम विश्वविद्यालय के इतिहास के लिए स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा।