UP NEWS: उत्तर प्रदेश सरकार त्योहारों के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को लेकर और भी अधिक सतर्क हो गई है। इस दौरान प्रदेश के पुलिस महानिदेश (DGP) प्रशांत कुमार ने आगामी त्योहारों धनतेरस, दीपावली, भैया दूज, गोवर्धन पूजा और छठ महापर्व को ध्यान में रखते हुए यूपी पुलिस को सख्त दिशा निर्देश जारी किए गए हैं।
डीजीपी ने सुरक्षा के किए कड़े इंतजाम
आपको बता दें कि डीजीपी प्रशांत कुमार ने कहा है कि त्योहारों के मद्देनजर बाजारों में काफी भीड़ होती है, और ऐसे में लोगों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए इन क्षेत्रों में सुरक्षा के कड़े इंतजाम कराने के लिए निर्देश दिए गए। वहीं दूसरी ओर भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में पर्याप्त संख्या में पुलिसकर्मियों की भी कई स्थानों पर ड्यूटी लगाई जाए। बाजारों में एंटी रोमियो स्क्वाड की भी सक्रिय रखा जाए।
सुरक्षा व्यवस्था के लिए दिए विशेष निर्देश
त्योहारों के दौरान बढ़ती भीड़ और गतिविधियों को देखते हुए DGP ने पुलिसकर्मियों को सतर्क रहने के आदेश दिए हैं। प्रमुख क्षेत्रों में विशेष निगरानी की जाएगी, जहां भीड़भाड़ की संभावना अधिक होती है। पुलिस बल को सड़कों, बाजारों, और विशेष कार्यक्रमों में तैनात किया जाएगा, ताकि किसी भी अप्रिय घटना को समय रहते नियंत्रित किया जा सके।
एंटी-रोमियो स्क्वाड की सक्रियता
DGP ने विशेष रूप से एंटी-रोमियो स्क्वाड को अधिक सक्रिय बनाए रखने के निर्देश दिए हैं। इन दस्तों का मुख्य कार्य है महिलाओं और लड़कियों को सार्वजनिक स्थानों पर किसी भी प्रकार की छेड़छाड़ या उत्पीड़न से बचाना। पुलिस को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है कि ये स्क्वाड अपने कार्य में दक्ष रहें और किसी भी प्रकार की शिकायत का तुरंत समाधान करें।
समाजिक समरसता को बढ़ावा
त्योहारों के दौरान अक्सर समाज में कुछ तत्व ऐसे होते हैं जो शांति और भाईचारे को भंग करने का प्रयास करते हैं। DGP ने अधिकारियों को ऐसे तत्वों पर कड़ी निगरानी रखने के निर्देश दिए हैं। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि सभी समुदाय और धर्म के लोग अपने त्योहार शांतिपूर्ण और सुरक्षित वातावरण में मना सकें। पुलिस को सामाजिक सौहार्द को बढ़ावा देने के लिए स्थानीय समुदायों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी कहा गया है।
यातायात और भीड़ प्रबंधन
त्योहारों के कारण सड़क पर वाहनों और लोगों की भीड़ बढ़ जाती है। इसे देखते हुए यातायात पुलिस को शहरों और प्रमुख मार्गों पर ट्रैफिक को सुचारू रूप से चलाने के लिए योजनाबद्ध तरीके से काम करने के निर्देश दिए गए हैं। पार्किंग स्थलों की उचित व्यवस्था की जाएगी और जरुरत पड़ने पर अस्थाई पार्किंग स्थलों का भी निर्माण किया जाएगा।
इमरजेंसी सेवाओं की तत्परता
DGP ने सभी जिलों में चिकित्सा और फायर ब्रिगेड जैसी इमरजेंसी सेवाओं को तैयार रखने के निर्देश दिए हैं। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि किसी भी आपात स्थिति में तुरंत प्रतिक्रिया दी जा सके। प्रत्येक जिले में एक इमरजेंसी रिस्पांस टीम गठित की जाएगी जो किसी भी संकट की स्थिति में तेजी से कार्रवाई करेगी।
आधुनिक तकनीक का उपयोग
आधुनिक तकनीक के उपयोग के साथ पुलिस व्यवस्था को और अधिक प्रभावी बनाने पर जोर दिया गया है। CCTV कैमरों का उपयोग बढ़ाया जाएगा, और ड्रोन का सहारा लेकर भीड़भाड़ वाली जगहों पर निगरानी की जाएगी। सोशल मीडिया पर सतर्क नजर रखी जाएगी ताकि किसी भी अफवाह या फेक न्यूज को फैलने से रोका जा सके।
समन्वय और प्रशिक्षण
सभी पुलिसकर्मियों को उनके कर्तव्यों और जिम्मेदारियों के संबंध में नियमित प्रशिक्षण दिया जाएगा। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि सभी इकाइयाँ एक-दूसरे के साथ समन्वय में काम करें, ताकि किसी भी स्थिति से निपटने में कोई कमी न रह जाए। साथ ही, स्थानीय प्रशासन और अन्य संवदेनशील एजेंसियों के साथ भी तालमेल सुनिश्चित किया जाएगा।
उत्तर प्रदेश के DGP द्वारा जारी ये दिशानिर्देश राज्य में कानून व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाने और सभी नागरिकों को सुरक्षित वातावरण प्रदान करने में मदद करेंगे। पुलिस बल की प्रभावी तैनाती और योजनाबद्ध कार्रवाई से त्योहारों के दौरान शांति और सुरक्षा सुनिश्चित की जाएगी, जिससे सभी निवासी त्योहारों का आनंद बिना किसी चिंता के ले सकेंगे। यह सुनिश्चित करना अत्यंत आवश्यक है कि हर व्यक्ति अपनी सांस्कृतिक और सामाजिक गतिविधियों का हिस्सा आत्मविश्वास और सहजता के साथ बने।