UP NEWS: उत्तरप्रदेश के लखनऊ-कानपुर राजमार्ग में बनेगा 80 किलोमीटर का सबसे बड़ा औद्योगिक गलियारा। इस दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ ने पूरे क्षेत्र के कार्य को सुयोजित ढंग से करने का फैसला लिया।
जिसका जिम्मा उप्र. राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीसीडा) को सौंपा गया। इस योजना पर विचार-विमर्श के बाद यूपीसीडा ने एक्स-लीडा (लखनऊ औद्योगिक विकास प्राधिकरण) मास्टर प्लान 2041 तैयार कर इसे जारी कर दिया गया।
300 किमी का होगा दायरा
दरअसल, इस योजना का मुख्य उद्देश्य लखनऊ-कानपुर राष्ट्रीय राजमार्ग के 80 किलोमीटर के दायरे में आने वाले क्षेत्रों में औद्योगीकरण को बढ़ावा देना और इसके साथ ही क्षेत्र को एक प्रमुख आर्थिक गलियारे के रूप में विकसित करना है।
इसके योजना के तहत लखनऊ के 45 और उन्नाव जिले के 40 गांवों के अधिसूचित क्षेत्रों को इसमें शामिल किया गया है। जोकि करीब 300 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ हैं। इस महत्वपूर्ण परियोजना के लिए परामर्शदाता स्कूल ऑफ प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर नई दिल्ली को नियुक्त किया गया है।
सरकार का मास्टर प्लेन
यूपी सरकार द्वारा यह मास्टर प्लान बनाया गया है जिसके तहत कानपुर-लखनऊ एक्सप्रेसवे, गंगा एक्सप्रेसवे और लखनऊ रिंग रोड को वहां मौजूद एनएच-27 के साथ जोड़ा गया है। इस परियोजनाओं के दौरान सभी क्षेत्रों को मल्टी मॉडल ट्रांजिट और लॉजिस्टिक्स हब के रूप में विकसित किया जाएगा।
इस गतिशील परिवहन का सबसे बड़ा फायदा किसानों को मिलेगा और उनकी फसल की उन्हें बेहतर कीमत प्राप्त होगी। इस प्लान के तहत पांच जोन बनाए गए हैं, जो वेयरहाउसिंग एग्लोमेरेशन, आवासीय विकास, एक्सप्रेसवे और रिंग रोड पर आधारित रहेंगे।
इनमें लखनऊ-कानपुर हाईवे, लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेसवे, गंगा एक्सप्रेसवे, लखनऊ आउटर रिंग रोड और कानपुर रिंग रोड इत्यादि नामों को शामिल किया गया है। इसके कारम लखनऊ और कानपुर के बीच कनेक्टिविटी को बेहतर मार्ग मिलेगा और लॉजिस्टिक की समस्याएं दूर होंगी।