UP NEWS : लखनऊ की राप्ती नदी को लेकर अब अच्छी खबर सामने आ रही है। इस सप्ताह राप्ती का जलस्तर खतरे के निशान से 10 सेंटीमीटर नीचे आ गया।
इसके साथ ही नदी की लहरों ने अपने किनारों पर कटान तेज कर दी है। इस नदी के किनारे रहने वालों के लिए यह काफी राहत की बात है। इस दौरान हरिहरपुररानी के दोंदरा गांव स्थित नदी का तटबंध भी कट रहा है जिसे बचाने के लिए प्रयास जारी है।
दरअसल,जमुनहा स्थित बैराज पर आठ दिनों से राप्ती नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर था जिसने नदी किनारे स्थित लोगों की समस्या को बढ़ा दिया है। लेकिन कुछ दिनों से इस नदी को जलस्तर लाल निशान के खतरें 127.70 से 10 सेंटीमीटर नीचे आ गया।
इस दौरान दोपहर बारह बजे जलस्तर 127.60 सेंटीमीटर मापा गया। लेकिन नदी का जलस्तर घटने के कारण कछार के गांवों में मंडरा रहा बाढ़ का खतरा टल गया लेकिन घटते जलस्तर के साथ ही राप्ती की लहरों का किनारों पर कटान तेज हो गई है।
दरअसल, इसके चलते तिलकपुर अंधरपुरवा तटबंध भी हरिहरपुर रानी क्षेत्र के दोंदरा गांव के निकट कट रहा है। तटबंध के कारण लोगों को परेशानियों से बचाने के लिए व कटान से बचाने के लिए बाढ़ खंड की ओर से हर संभव प्रयास किए जा रहे है।
क्योंकि यदि तटबंध कटा तो अमवा, मुजेहना, मोहम्मदपुर सहित आसपास के कई अन्य गांवों में बाढ़ का खतरा बढ़ सकता है। वहीं दूसरी ओर नदी की लहरें जमुनहा, हरिहरपुररानी, इकौना व गिलौला क्षेत्र के कई गांवों में अपने तट पर स्थित खेतों में तेजी से कटान कर रही हैं।
इससे खेत सहित फसल नदी की धारा में विलीन हो रही है।अधिक कटाव के कारण इन गांवों के अस्तित्व पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं। यदि कटान न रुका तो विद्यालय सहित इन गांवों के 75 घर कटकर नदी की धारा में समा सकते हैं। इसे लेकर ग्रामीणों में दहशत व्याप्त है।इसके बचाव के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे है।