1. हिन्दी समाचार
  2. उत्तर प्रदेश
  3. UP NEWS: योगी सरकार ने शत्रु संपत्ति पर चारा केन्द्र व पशु संरक्षण केंद्र बनाने का किया फैसला

UP NEWS: योगी सरकार ने शत्रु संपत्ति पर चारा केन्द्र व पशु संरक्षण केंद्र बनाने का किया फैसला

यूपी में शत्रु संपत्तियों पर अब योगी सरकार द्वारा चारा उत्पादन और पशु संरक्षण केंद्र खोले जाने का फैसला लिया गया है। इसके तहत प्रदेश सरकार ने केंद्रीय गृह मंत्रालय से इन संपत्तियों का ब्यौरा मांगा है। इसके साथ ही इस योजना में जमीन केंद्र सरकार मुहैया करवाई जाएगी।

By: Priya Tomar  RNI News Network
Updated:
UP NEWS: योगी सरकार ने शत्रु संपत्ति पर चारा केन्द्र व पशु संरक्षण केंद्र बनाने का किया फैसला

UP NEWS: यूपी में शत्रु संपत्तियों पर अब योगी सरकार द्वारा चारा उत्पादन और पशु संरक्षण केंद्र खोले जाने का फैसला लिया गया है।
इसके तहत प्रदेश सरकार ने केंद्रीय गृह मंत्रालय से इन संपत्तियों का ब्यौरा मांगा है।

इसके साथ ही इस योजना में जमीन केंद्र सरकार मुहैया करवाई जाएगी। वहीं दूसरी ओर उन पर जरूरी सुविधाएं विकसित करने की जिम्मेदारी प्रदेश सरकार द्वारा उठाई जाएगी।

प्रदेश में कृत्रिम गर्भाधान व शोध केन्द्र किए जाएंगे स्थापित

आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश में अभी तक 7624 गोआश्रय है जिसमें लगभग इन स्थलों में 12 लाख से ज्यादा गोवंश हैं। इस प्रकार पशुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए प्रदेश में हरे चारे की कमी है।

इसके लिए सरकार नए-नए स्थान तलाश करने की योजना बनाने में जुटी हुई है। ताकि प्रदेश में रहने वाले सभी गोवंशों का आसानी से पालन किया जा सकें। सभी गोवंशों को हरा चारा मिल सकें इसके लिए उत्पादन के साथ ही कृत्रिम गर्भाधान व शोध केंद्र भी स्थापित करने के लिए सरकार कार्य कर रही है।

जानिए क्या होती है शत्रु संपत्ति

दरअसल, भारत-पाकिस्तान बंटवारे और दोनों देशों के बीच तमाम युद्ध हुए जिसके बाद अधिकतर लोग भारत से पलायन करके पाकिस्तान या अन्य किसी देश में चले गए। इसके साथ ही वे अपनी संपत्ति को भी यहां पर छोड़ गए।

जिसके बाद सरकार ने ऐसी संपत्तियों को अपने कब्जे में ले लिया और सरकार द्वारा इन्ही संपत्ति को शत्रु संपत्ति घोषित कर दिया। इसी प्रकार 1962 के युद्ध के बाद चीन में बसने वाले भारतीयों की संपत्ति को भी कराकर द्वारा शत्रु संपत्ति घोषित कर दिया गया था। वर्ष 2017 में शत्रु संपत्ति अधिनियम में एक संशोधन हुआ जिसके बाद ऐसी सभी संपत्तियां केंद्र के अधीन आ गई हैं।

इन टॉपिक्स पर और पढ़ें:
Hindi News से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें गूगल न्यूज़, फेसबुक, यूट्यूब और ट्विटर पर फॉलो करे...