UP NEWS: योगी सरकार प्रदेश में विकास को देखते हुए औद्योगिक उत्सर्जन को कम करने के लिए ग्रीन हाइड्रोजन के उपयोग को बढ़ावा देने में जुटी हुई है।
इस दौरान ग्रीन हाइड्रोजन के उत्पादन को 1.15 लाख करोड़ रुपये का प्रस्ताव मिला है। जिस पर योगी सरकार के प्रयास से 17 कंपनियों में 20 हजार युवाओं को रोजगार मिलेगा।
बता दें कि योगी सरकार के इस प्रयास से ग्रीन हाइड्रोजन नीति 2024 के तहत ग्रीन हाइड्रोजन अमोनिया उत्पादन को बढ़ावा दिया जा रहा है। वहीं बात करें हम 2029 तक की तो यूपी में 1 मिलियन तन ग्रीन हाइड्रोजन अमोनिया उत्पादन का लक्ष्य रखा गया है। और इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए सरकार निरंतर कार्यरत है।
दरअसल, उर्वरक, रसायन, रिफाइनरी, भारी वाहन, ऊर्जा भंडारण और लौह इस्पात के क्षेत्र में ग्रीन हाइड्रोजन को बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है। इसके दौरान कई विदेश कंपनियों ने प्रदेश के अलग-अलग जगहों में हाइड्रोजन उत्पादन के लिए बढावा देने के लिए यूपी सरकार को प्रस्ताव दिया है।
वहीं हम बात करें यूके की तो वहां ट्राफलगर स्क्वायर कैपिटल में 10 हजार टन प्रतिवर्ष हाइड्रोजन उत्पादन का प्रस्ताव दिया गया है। इसके साथ ही वेलस्पन ने बुलंदशहर में भी ग्रीन हाइड्रोजन और ग्रीन अमोनिया के लिए 40 हजार करोड़ का प्रस्ताव रखा है।
इसके अलावा हाइजेनिको ग्रीन एनर्जी प्राइवेट लिमिटेड ने भी प्रयागराज के लिए 16 हजार करोड़ का प्रस्ताव सरकार के आगे पेश किया है।