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Lok Sabha Poll 2024 : UP की ‘फॉर्मूला-80 रेस’ और 3 टीमें : 2014-19 की फिनिशिंग पोजिशन में रहेगी BJP ? या राहुल-अखिलेश करेंगे कमाल

Administration is busy in increasing the voting percentage in Kanpur and Akbarpur, 60% voting in only 2214 booths in 2019

Administration is busy in increasing the voting percentage in Kanpur and Akbarpur, 60% voting in only 2214 booths in 2019

नई दिल्ली :  प्रधानमंत्री मोदी को वर्तमान में यूपी की सियासत के माइकल शूमाकर को शूमाकर कहें तो अतिशयोक्ति नहीं। बहुत कुछ पिछले दो बार के चुनावों में बीजेपी की स्ट्राइक रेट यही कह रही है. 2014 में मोदी के नेतृत्व में बीजेपी ने यूपी में 71 सीटें जीती. बीजेपी का स्ट्राइक रेट 91% रहा. 2019 के इलेक्शन में बीजेपी ने 62 सीटों पर जीत हासिल की.वहीं , पार्टी का स्ट्राइक रेट 79% रहा।

ग्रेटर नोएडा के बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट पर फॉर्मूला वन रेस का रोमांच कुछ कम नहीं

लोग यूपी में ग्रेटर नोएडा के बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट पर फॉर्मूला वन रेस का रोमांच को तो जानते ही होंगे बहुत कुछ लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections 2024) के मैदान में यूपी की 80 सीटों को लेकर भी रोमांच फॉर्मूला वन रेस से कुछ कम नहीं होने जा रहा है. इस बार बीजेपी (BJP) राम मंदिर और कई मुद्दों के सहारे इस रेस के हर राउंड को जीतने का दावा कर रही है. जबकि अखिलेश यादव व -राहुल गांधी 7 साल बाद फिर एक साथ आए हैं. सवाल यह उठता है कि मोदी की लीडरशिप में बीजेपी के फर्राटे के आगे क्या इस बार अखिलेश-राहुल की जोड़ी यूपी में तस्वीर बदल पाएगी.

यूपी के चुनावी ट्रैक पर कितनी टीमें

यूपी के चुनावी ट्रैक पर इस बार तीन टीमें हैं. टीम A- मोदी-जयंत चौधरी. टीम B- अखिलेश यादव-राहुल गांधी, टीम C- मायावती

यूपी की रेस में कितने उम्मीदवार ?

उत्तर प्रदेश की 80 सीटों में से BJP ने 75 सीटों पर कैंडिडेट उतारे हैं. समाजवादी पार्टी (SP) 62 सीटों पर चुनाव लड़ रही है. कांग्रेस 17 सीटों पर मुकाबले में उतरी है (अमेठी-रायबरेली में कैंडिडेट का ऐलान होना है). बहुजन समाज पार्टी (BSP) ने 80 में से 80 सीटों पर उम्मीदवार खड़े किए हैं. अपना दल 2 सीटों पर मैदान में है. जयंत चौधरी की राष्ट्रीय लोकदल (RLD) 2 सीटों पर किस्मत आजमा रही है .

इन आंकड़ों पर नजर डालें, तो मोदी यूपी की सियासत के माइकल शूमाकर नज़र आते हैं. पिछले 2 चुनावों में बीजेपी की स्ट्राइक रेट यही कह रही है. 2014 में मोदी के नेतृत्व में बीजेपी को यूपी में 71 सीटों पर जीत हासिल हुई. बीजेपी का स्ट्राइक रेट 91% रहा. 2019 के इलेक्शन में बीजेपी ने 62 सीटें जीती. पार्टी का स्ट्राइक रेट 79% रहा .

2019 में यूपी की रेस के फिनिशिंग पोजिशन

अगर हम 2019 में हुई इस चुनावी रेस की फ़िनिशिंग पोजिशन पर नज़र डालें तो, 62 सीटें जीतकर बीजेपी नंबर 1 की पोजिशन पर रही. 10 सीटों के साथ बहुजन समाज पार्टी ने नंबर 2 पर जगह बनाई. समाजवादी पार्टी 5 सीटों के साथ तीसरे नंबर पर रही. जबकि कांग्रेस लास्ट रही. उसने सिर्फ 1 सीट (रायबरेली) जीती थी .

2017 के विधानसभा चुनाव में BJP ने हासिल किया तीन-चौथाई बहुमत

वैसे ये पहला मौका नहीं है, जब अखिलेश यादव और राहुल गांधी पीएम मोदी के खिलाफ टीम बनाकर चुनावी रेस में उतरे हैं. 7 साल पहले विधानसभा चुनाव में भी दोनों साथ आए थे. लेकिन ये जोड़ी पूरी तरह ट्रैक से उतर गई थी. इन चुनावों में मतदान प्रतिशत लगभग 61% रहा. भारतीय जनता पार्टी ने 312 सीटें (39.7% वोट) जीतकर तीन-चौथाई बहुमत हासिल किया. जबकि सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी-कांग्रेस गठबंधन को 56 सीटें (28.5% वोट) मिलीं. मायावती की बहुजन समाज पार्टी के खाते में 19 सीटें (22.2% सीटें) आईं. कांग्रेस को 7 सीटें (6.3% वोट) मिलीं .

मोदी के आगे हर टीम फेल

यूपी के सियासी ट्रैक पर गौर करें, तो मोदी के आगे हर टीम फेल है. 2019 में टीम SP-BSP को करारी हार का सामना करना पड़ा था. बीजेपी ने 62 सीटें जीती थी. उसकी सहयोगी अपना दल ने 2 सीटें जीती. कुल वोट पर्सेंटेज 50.8 फीसदी रहा. BSP+SP+ ने 15 सीटें जीतीं. उनका वोट पर्सेंटेज 38.9 रहा.

कांग्रेस ने एक मात्र सीट पर जीत हासिल की. उसका वोट पर्सेंटेज 6.3 रहा। .

क्या कहते हैं एक्सपर्ट?

क्या राहुल गांधी अखिलेश यादव का सात सालों के बाद फिर साथ आना बीजेपी को चुनौती देता हुआ दिखता है? इसके जवाब में राजनीतिक विश्लेषक अदिति फडणवीस कहती हैं, “राहुल गांधी और अखिलेश यादव का साथ आना एक तरह से सिंबॉलिक है. लोगों को लग रहा है कि मोदी को हराने के लिए, बीजेपी को हराने के लिए विपक्ष सभी तरह के हथकंडे अपना रहा है. आने वाले समय में मेवो एक या दो सीटों पर सपा भी सिमट जाए, इस बात में कोई दो राय नहीं। .”

 

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