उत्तर प्रदेश ने अटल पेंशन योजना के अंतर्गत एक बार फिर राष्ट्रीय स्तर पर उल्लेखनीय प्रदर्शन किया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन में वित्तीय वर्ष 2024-25 में राज्य ने निर्धारित लक्ष्य के मुकाबले 104.22 प्रतिशत नामांकन कर योजना में अपनी भागीदारी को मजबूत किया है। 14.70 लाख के लक्ष्य के मुकाबले 15.32 लाख से अधिक लोगों ने योजना में नामांकन कराया है।
वर्तमान में उत्तर प्रदेश में 1 करोड़ 18 लाख से अधिक लोग अटल पेंशन योजना के अंतर्गत पंजीकृत हैं। यह योजना विशेष रूप से असंगठित क्षेत्र के कर्मचारियों को वृद्धावस्था में सामाजिक सुरक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से केंद्र सरकार द्वारा वर्ष 2015 में शुरू की गई थी। योजना की नोडल एजेंसी पेंशन फंड रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी (PFRDA) के अनुसार, उत्तर प्रदेश का यह प्रदर्शन राष्ट्रीय औसत से काफी बेहतर है।
वर्ष 2023-24 में भी उत्तर प्रदेश ने अटल पेंशन योजना में शानदार कार्य किया था, जिसके चलते PFRDA द्वारा राज्य को ‘अवार्ड ऑफ अल्टीमेटम लीडर’ से सम्मानित किया गया था। उस वर्ष 15.83 लाख नामांकन लक्ष्य के मुकाबले 21.49 लाख लोगों का पंजीकरण हुआ था।
योजना की सफलता के पीछे सरकार की सक्रिय भागीदारी और रणनीतिक प्रयास रहे हैं। उत्तर प्रदेश सरकार ने ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में जागरूकता शिविर आयोजित किए, जिससे योजना की जानकारी आम जनता तक पहुंची। इसके अलावा, बैंकों के साथ समन्वय के माध्यम से नामांकन प्रक्रिया को सरल और सुगम बनाया गया। इसका परिणाम यह रहा कि योजना में महिलाओं और युवाओं की भागीदारी में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई।
PFRDA की रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2024-25 में देशभर में 56 लाख से अधिक नामांकन हुए हैं, जिनमें उत्तर प्रदेश का योगदान महत्वपूर्ण रहा है। यह प्रदर्शन योगी सरकार की वित्तीय समावेशन की नीति, प्रशासनिक प्रतिबद्धता और योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन का प्रत्यक्ष प्रमाण है।
वर्ष | नामांकन का लक्ष्य | कुल नामांकन |
---|---|---|
2023-24 | 15.83 लाख | 21.49 लाख |
2024-25 | 14.70 लाख | 15.32 लाख |
वर्तमान लाभार्थी | — | 1.18 करोड़+ |