उत्तर प्रदेश डिजिटल लेनदेन (Digital Transaction) के मामले में देश का नंबर वन राज्य बन गया है। बता दें कि 2017-18 में प्रदेश में 122.84 करोड़ डिजिटल ट्रांजैक्शन हुए थे,जबकि 2024-25 में दिसंबर 2024 तक यह आंकड़ा 1024.41 करोड़ तक पहुंच गया। ऐसे में सिर्फ 7 सालों में डिजिटल लेनदेन में 8 गुना वृद्धि दर्ज की गई है, जो यूपी में डिजिटल बैंकिंग के बढ़ते प्रभाव को दर्शाता है।
UPI बना डिजिटल पेमेंट का सबसे बड़ा जरिया
उत्तर प्रदेश में यूपीआई (UPI – Unified Payments Interface) डिजिटल ट्रांजैक्शन का सबसे बड़ा माध्यम बन गया है। प्रदेश में आधे से ज्यादा लेनदेन यूपीआई के जरिए हो रहे हैं। सरकार और बैंकों की पहल से डिजिटल बैंकिंग सुविधाएं गांव-गांव तक पहुंच रही हैं। इसी के साथ बेहतर इंटरनेट कनेक्टिविटी और वित्तीय जागरूकता ने डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा दिया है। वहीं सरकार की ओर से चलाई जा रही योजनाओं और डिजिटल उपकरणों की आसान उपलब्धता ने इस परिवर्तन को गति प्रदान की है।
कैसे बदली यूपी की बैंकिंग व्यवस्था?
प्रदेश में बैंकिंग सुविधाओं का व्यापक विस्तार हुआ है जिसके अंतर्गत प्रदेश में 20,416 बैंक शाखाएं, 4,00,932 बैंक मित्र और बिजनेस कॉरेस्पोंडेंट (BC) सखी,18,747 एटीएम और 4,40,095 बैंकिंग केंद्र स्थापित हुए हैं। इन सुविधाओं की वजह से अब लोगों को बैंकिंग सेवाओं के लिए लंबी दूरी तय नहीं करनी पड़ती और गांवों में भी डिजिटल लेनदेन सरल हो गया है, जिससे लोग अब आसानी से ऑनलाइन पैसे भेज और प्राप्त कर सकते हैं।
सरकार की योजनाओं ने दिया डिजिटल बैंकिंग को बढ़ावा
- डिजिटल बैंकिंग को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने कई अहम कदम उठाए हैं।
- प्रधानमंत्री जन धन योजना (PMJDY) के तहत यूपी में करोड़ों बैंक खाते खोले गए।
- गरीब और ग्रामीण वर्ग को बैंकिंग सुविधाओं से जोड़ा गया।
- सरकारी योजनाओं की राशि सीधे बैंक खातों में ट्रांसफर की जाने लगी।
- कोरोना काल में डिजिटल भुगतान को और बढ़ावा मिला, जिससे यूपी में कैशलेस ट्रांजैक्शन की आदत मजबूत हुई।
यूपी ने पूरे देश में मारी बाजी
उत्तर प्रदेश डिजिटल लेनदेन के मामले में पूरे देश में सबसे आगे निकल गया है। यूपीआई (UPI) के बढ़ते उपयोग से छोटे व्यापारी, किसान, दुकानदार और आम नागरिक तेजी से डिजिटल बैंकिंग को अपना रहे हैं। प्रदेश की यह उपलब्धि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के डिजिटल इंडिया (Digital India) अभियान की सफलता को दर्शाती है।