अप्रैल-मई में होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी, नई रणनीति पर काम कर रही है। जिसमें बीजेपी आने वाले चुनावों में पीढ़ी परिवर्तन का दौर शुरू करेगी। इस रणनीति के तहत पार्टी कई सालों से सीटों पर बैठे सांसदों और परिषद के सदस्यों के स्थान नए युवा चेहरों को मौका देने के विचार में है, जो आने वाले 15-20 सालों तक पार्टी का नेतृत्व कर सकें।
आइए आपको इस पोस्ट के माध्यम से बताते हैं कि इन 10 सालो में यूपी में बीजेपी सरकार के आने के बाद कितने परिवर्तन हुए है और योगी सरकार ने गरीबो के लिए क्या कुछ किया है। आपको इस पोस्ट में ये भी बताऐंगे कि केंद्र की मोदी सरकार और यूपी की योगी सरकार की नीतियों का प्रभाव किस रूप में जनता को प्रभावित कर रहा है।
योगी की 9 साल में चलाई योजनाओं का असर हुआ है उत्तर प्रदेश में
वास्तव में पिछले 9 सालों में सीएम योगी की चलाई गई योजनाओं का असर उत्तर प्रदेश में दिख रहा है। प्रदेश में पिछले 9 सालों में 6 करोड़ लोग गरीबी रेखा के दायरे से बाहर आ चुके हैं। वही अगर हम देश की बात करे तो पिछले 9 साल में 24.82 करोड़ लोग स्वास्थ्य, शिक्षा और जीवनस्तर के मामले में गरीबी रेखा से बाहर निकल चुके हैं। फिलहाल हम इस पोस्ट में सिर्फ उत्तर प्रदेश की बात करने जा रहे हैं।
उत्तर प्रदेश की सरकार ने लोगों के जीवन स्तर को उठाने में बड़े स्तर पर प्रयास किया है। प्रदेश में बढ़ते औद्योगीकरण, युवाओं को मिल रहा रोजगार और गरीबों के लिए चलाई जा रही योजनाओं से गरीबी कम हुई है। 9 साल में इतनी बड़ी संख्या में इतने लोगों का, गरीबी रेखा से बाहर आने का बड़ा कारण सरकारी योजनाओं में लीकेज या कहें धोखेबाजी का लगभग खत्म हो जाना है। जिससे लाभार्थियों तक योजनाओं का लाभ सीधे पहुंचा है।
वहीं इन योजनाओं के सफल होने की एक खास बात यह भी है कि साल 2017 में यूपी राज्य में योगी सरकार आने के बाद प्रदेश में केंद्र की योजनाएं प्राथमिकता से लागू की गई हैं। जिसके अंतर्गत लोगों को काफी संख्या में आवास मिले हैं। इतना ही नही 1.50 {डेढ़} करोड़ से अधिक घरों तक मुफ्त में बिजली पहुंचाई गई है। जबकि गरीब कल्याण की योजनाएं पूरे प्रदेश में प्रभावी ढंग से लागू की गई हैं। इसके साथ ही यूपी में प्रति व्यक्ति की आय भी दोगुनी हुई है।
इतना ही नही यूपी से गरीबी हटाने के लिए तमाम तरह की योजनाए भी चलाई गई हैं। हालांकि कोविड-19 जैसे वैश्विक महामारी के कारण बीते 2 से 3 सालों में पूरे विश्व और देश में आर्थिक मंदी रही थी। इसके बावजूद प्रदेश की अर्थव्यवस्था की रफ्तार कायम रही है। जो कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सशक्त और समृद्ध भारत के दृष्टिकोण से बिल्कुल मेल खाता है। यह ‘मोदी और योगी की गारंटी’ है, जिस पर पूरा देश भरोसा करता है।