उत्तर प्रदेश सरकार प्रदेश को एक “वन ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी” (OTDE) बनाने के लक्ष्य पर तेजी से काम कर रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस महत्वपूर्ण लक्ष्य को लेकर विभिन्न विभागों की प्रगति की समीक्षा की और संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। इस समीक्षा बैठक में OTDE के तहत उठाए गए कदमों, सुधार योजनाओं और आर्थिक विकास के लिए नई रणनीतियों पर विचार-विमर्श किया गया।
वित्तीय वर्ष 2024-25 में तेजी लाने के निर्देश
मुख्यमंत्री ने वित्तीय वर्ष 2024-25 के बजट आवंटन और विभागीय खर्च की समीक्षा करते हुए कहा कि जिन विभागों ने अपेक्षित व्यय नहीं किया है, वे अपनी गति बढ़ाएं। उन्होंने मुख्य सचिव और वित्त विभाग के अधिकारियों को इन विभागों की स्थिति की समीक्षा कर आवश्यक सुधार सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।
नीतिगत सुधार और सरलीकरण पर बल
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि जहां आवश्यक हो, वहां नीतिगत सुधार किए जाएं। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि कोई भी नीति जनता की सुविधा में बाधा न बने। रिफॉर्म और सरलीकरण को प्राथमिकता दी जाए ताकि योजनाओं का लाभ आम नागरिकों तक शीघ्र पहुंचे।
स्वास्थ्य क्षेत्र में व्यापक सुधार की जरूरत
स्वास्थ्य सेवाओं को और अधिक सुलभ बनाने के लिए मुख्यमंत्री ने कई निर्देश दिए:
- आयुष्मान भारत और मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत अस्पतालों का भुगतान अधिकतम एक माह में किया जाए।
- नए अस्पतालों को इम्पैनल किया जाए और इम्पैनलमेंट प्रक्रिया को सरल बनाया जाए।
- 80 मेडिकल कॉलेजों की मॉनीटरिंग सुनिश्चित कर मरीजों को बेहतरीन चिकित्सा सुविधा दी जाए।
- डॉक्टरों की उपलब्धता, दवाओं की निरंतर आपूर्ति और चिकित्सा सेवाओं की गुणवत्ता सुनिश्चित की जाए।
जल संकट से निपटने की योजना
गर्मी के मौसम को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री ने विंध्य और बुंदेलखंड क्षेत्रों में सुचारु जलापूर्ति सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि प्रदेश के किसी भी हिस्से में जल संकट नहीं होना चाहिए और पुराने जलाशयों की सफाई एवं रखरखाव किया जाए।
महाकुंभ 2025: अर्थव्यवस्था पर सकारात्मक प्रभाव
मुख्यमंत्री ने महाकुंभ के आयोजन को प्रदेश की पर्यटन, हॉस्पिटैलिटी और ट्रांसपोर्ट सेक्टर के लिए बड़ा अवसर बताया। उन्होंने निर्देश दिया कि राज्य की जीडीपी में इस आयोजन से हुए आर्थिक प्रभाव को शामिल किया जाए।
ऊर्जा और बुनियादी ढांचे पर विशेष ध्यान
मुख्यमंत्री ने ऊर्जा विभाग के शीर्ष अधिकारियों को फील्ड में जाने और जनता से संवाद करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि:
- डिस्कॉम की नियमित समीक्षा की जाए।
- उपभोक्ताओं की समस्याओं को प्राथमिकता से हल किया जाए।
- पुलिस लाइन, आधुनिकीकरण और बुनियादी ढांचे से जुड़ी परियोजनाओं की सख्त मॉनीटरिंग की जाए।
स्टार्टअप्स और उद्योगों के लिए मजबूत रणनीति
उत्तर प्रदेश सरकार स्टार्टअप्स को यूनिकॉर्न बनने में मदद करने के लिए ठोस प्रयास कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि:
- स्टार्टअप्स को चिन्हित कर उन्हें आगे बढ़ाने के लिए रणनीति बनाई जाए।
- ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी (GBC) में शामिल कंपनियों को प्रोत्साहित किया जाए और उनकी इकाइयों को क्रियाशील बनाया जाए।
- आईटी और तकनीकी विभाग सब्सिडी योजनाओं में सुधार करें और अधिक निवेश आकर्षित करें।
बुंदेलखंड विकास: पंचनद परियोजना को गति
मुख्यमंत्री ने पंचनद परियोजना को बुंदेलखंड के विकास के लिए महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि:
- इस परियोजना से औरैया, कानपुर देहात और जालौन में सिंचाई सुविधा में सुधार होगा।
- मत्स्य पालन और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।
- जल संसाधनों का समुचित उपयोग सुनिश्चित किया जाए।
शिक्षा और सामाजिक कल्याण पर विशेष ध्यान
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि:
- हर जिले में आंगनबाड़ी केंद्रों के लिए स्थायी भवन बनाए जाएं।
- राज्य विश्वविद्यालयों के निर्माण की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए थर्ड-पार्टी ऑडिट कराई जाए।
- मिशन कर्मयोगी के तहत सभी सरकारी कर्मचारियों को प्रशिक्षित किया जाए।
प्रदेश में तीन दिवसीय विशेष आयोजन
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घोषणा की कि सरकार के 8 वर्ष पूरे होने पर प्रदेश में तीन दिवसीय आयोजन किए जाएंगे। इसमें:
- सरकारी योजनाओं की उपलब्धियों पर प्रदर्शनी लगाई जाएगी।
- सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होगा।
- लाभार्थी मेलों के माध्यम से योजनाओं से वंचित लोगों को जोड़ने का कार्य किया जाएगा।
उत्तर प्रदेश की नई पहचान
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश आर्थिक, सामाजिक और बुनियादी ढांचे के क्षेत्र में तेज़ी से आगे बढ़ रहा है। सरकार द्वारा उठाए गए ये कदम प्रदेश को वन ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी बनाने के लक्ष्य के करीब ले जा रहे हैं। सरकार की योजनाएं न केवल आर्थिक मजबूती प्रदान कर रही हैं, बल्कि आम जनता के जीवन को भी बेहतर बना रही हैं।