रेंज कार्यालय में बने साइबर थाने में मंगलवार को साइबर अपराध का पहला मुकदमा दर्ज हो गया। संसाधनों के अभाव के कारण थाना तो खुल गया था लेकिन पुलिस एफआईआर दर्ज नहीं कर रही थी। पहले एफआईआर के साथ ही पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी है। आईजी ने बताया कि थाना चलाने के लिए आवश्यक सभी संसाधन मुहैया कराए जा रहे हैं।
साइबर थाना प्रभारी इंस्पेक्टर राजीव तिवारी ने बताया कि एजी ऑफिस से सेवानिवृत्त मदन लाल ने साइबर थाने में पहला मुकदमा दर्ज कराया है। एफआईआर के मुताबिक सदियापुर करेली निवासी मदनलाल के बैंक खाते से दो बार में कुल 1,52,850 रुपया निकाल लिया गया और इसकी जानकारी उनको नहीं हुई। कुछ दिनों पहले वह बैंक में पैसे निकालने पहुंचे तो पता चला कि उनका बैंक खाता खाली हो चुका है। बैंक से जानकारी लेने पर पता चला कि पैसा दूसरे खाते में ट्रांसफर कर दिया गया। इसके बाद उन्होंने पुलिस अधिकारियों से मदद की गुहार लगाई। आईजी केपी सिंह ने बताया कि साइबर थाने में एक लाख से अधिक ऑनलाइन फ्रॉड की एफआईआर ही साइबर थाने में दर्ज की जाएगी। गौरतलब है कि साइबर थाने में मुकदमा दर्ज न होने पर आपके अपने अखबार हिन्दुस्तान ने इसे प्रमुखता से प्रकाशित किया था कि प्रयागराज में ऐसा थाना है जहां पर मुकदमा दर्ज नहीं होता। इसके बाद आईजी ने इस खबर को संज्ञान में लिया और साइबर टीम को न केवल संसाधन मुहैया कराए बल्कि एफआईआर दर्ज करके कार्रवाई करने का आदेश दिया।