बहुचर्चित कानपुर एनकाउंटर के एक और आरोपित को बुधवार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। विकास का गुर्गा अखिलेश दीक्षित प्रकरण के बाद से फरार चल रहा था। उसकी निशानदेही पर असलहा भी बरामद किए गए हैं। पूछताछ में उसने बताया कि 2 जुलाई की रात बिकरू में पुलिस पार्टी पर राइफल से फायरिंग की थी।
गुटैया बनियारा रोड निवासी अखिलेश का नाम विवेचना के दौरान आया था। डीआईजी ने उस पर 25 हजार के इनाम की घोषणा की थी। पुलिस काफी दिनों से तलाश कर रही थी। इंस्पेक्टर चौबेपुर ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि अखिलेश बेला क्रॉसिंग चौबेपुर के पास है और शहर छोड़ने की फिराक में है। पुलिस ने चारों तरफ से उसकी घेराबंदी कर दबोच लिया। तातियागंज के पास झाड़ियों से राइफल, दस जिंदा कारतूस बरामद कराए हैं। एक कारतूस भी मिला है।
अखिलेश ने बताया कि घटना वाली रात विकास ने उसे राइफल के साथ बुलवाया था। जब पुलिस गांव में पहुंची तो विकास ने बर्स्ट फायर करने के लिए कहा। उसी के कहने पर अखिलेश ने गोलियां चलाईं। इंस्पेक्टर के मुताबिक कुछ और लोगों के नाम सामने आए हैं। उनकी भी तलाश की जा रही है।