मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर महाकुंभ में उपयोग की गई मिस्ट ब्लोअर और मिनी फॉगिंग मशीनों को अब पूरे उत्तर प्रदेश में लागू किया जाएगा। प्रयागराज में इन मशीनों का सफल परीक्षण किया गया था, जिससे संतों और श्रद्धालुओं को मच्छरों और मक्खियों से राहत मिली थी। अब इन अत्याधुनिक मशीनों को नगर निगमों और स्वास्थ्य विभाग में शामिल किया जाएगा ताकि डेंगू, चिकनगुनिया और मलेरिया जैसी बीमारियों पर प्रभावी नियंत्रण किया जा सके।
नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग को मिलेंगी अत्याधुनिक मशीनें
मूविंग वेक्टर कंट्रोल यूनिट: 30 मिनट में होगी समस्या का समाधान
महाकुंभ में इस्तेमाल की गई ऑटोमैटिक ब्लोअर मिस्ट मशीनें इतनी प्रभावी हैं कि कॉल करने के 30 मिनट के भीतर किसी भी स्थान पर पहुंच सकती हैं। इसी मॉडल पर अब मूविंग वेक्टर कंट्रोल यूनिट पूरे प्रदेश में संचालित की जाएगी। इससे किसी भी इलाके में संक्रमण या मच्छरों की समस्या होने पर तुरंत फॉगिंग और मिस्ट ब्लोअर स्प्रे किया जा सकेगा।
बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में भी होगी प्रभावी तकनीक
महाकुंभ में पेट्रोल से चलने वाली ब्लोअर मिस्ट मशीनों से बड़े पैमाने पर छिड़काव किया गया था। अब यह तकनीक नगर निगमों को सौंपी जाएगी, जिससे कूड़े और जलभराव वाले क्षेत्रों में मच्छरों और कीटाणुओं के नियंत्रण में मदद मिलेगी। खासतौर पर बाढ़ प्रभावित इलाकों में यह तकनीक बेहद उपयोगी होगी, जहां जलभराव के बाद मच्छरों और संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है।
संक्रमण वाले क्षेत्रों में तुरंत होगी कार्रवाई
जब डेंगू या मलेरिया का कोई मामला सामने आएगा, तो मरीज के घर और उसके आसपास 50 घरों में वेक्टर नियंत्रण के तहत छिड़काव किया जाएगा। इस अभियान में मिनी फॉगिंग मशीनें बेहद प्रभावी साबित होंगी, जिससे डेंगू और चिकनगुनिया जैसी बीमारियों को रोका जा सकेगा।
यूपी की जनता को मिलेगा नया सुरक्षा कवच
महाकुंभ में सफलता के बाद अब यूपी सरकार इस अत्याधुनिक तकनीक को पूरे प्रदेश में लागू करने जा रही है। इससे मच्छर-मक्खियों से होने वाली बीमारियों को प्रभावी रूप से रोका जा सकेगा और प्रदेश को स्वच्छ और स्वस्थ बनाने की दिशा में बड़ा कदम उठाया जाएगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का विजन: इंसेक्ट-फ्री यूपी
इस पहल के तहत यूपी सरकार स्वच्छता और स्वास्थ्य सुरक्षा को लेकर बड़ा बदलाव लाने जा रही है। अब प्रदेश के नागरिकों को तत्काल सुविधा मिलेगी, जिससे मच्छर जनित बीमारियों को खत्म करने में मदद मिलेगी। यह अभियान यूपी को इंसेक्ट-फ्री (Insect-Free) बनाने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम साबित होगा।