वाराणसी में एक ओर जहां नगर निगम स्वच्छता अभियान पर जोर दे रहा है तो वहीं दूसरे तरफ वाराणसी के लोग बाबा की नगरी में प्लाट का इस्तेमाल कूड़ा घर के रूप में कर रहे हैं। इन कूड़ों के गलने और सड़ने से आसपास का माहौल दुर्गंध से भरा रहता है जिससे बीमारियों के फैलने का खतरा अधिक रहता है। इस परिस्थिति को देखते और समझते हुए गत दिनों नगर निगम ने अभियान चलाकर 1173 खाली प्लाटों की सफाई कराई और ऐसे भूमि स्वामियों से 3.37 लाख का जुर्माना भी वसूला।
यही नहीं ठोस अपशिष्ठ प्रबंधन नियमावली-2016 के तहत निगम ने 703 प्लाट मालिकों को नोटिस भी दिया है। इसमें प्लाट मालिकों से तत्काल कूड़ा साफ कराने का निर्देश दिया है।
नगर निगम प्रशासन शहर की साफ-सफाई और बेहतर करने में जुटा हुआ है। इस क्रम में शहर की सफाई के साथ-साथ नियमित कूड़ा को उठान की भी मानिटरिंग की जा रही है। वहीं कई मोहल्लों व कॉलोनियां में खाली प्लाटों में भी आस पड़ोस के लोगों कूड़ा फेंक रहे हैं। निगम ने इसे गंभीरता से लिया है।
नगर आयुक्त अक्षत वर्मा के निर्देश पर गत दिनों अभियान चलाकर शहर में 3111 खाली प्लाट चिह्नित किए गए। निगम ने इसमें से 78 खाली प्लाट मालिकों का चालान भी किया।
नगर आयुक्त अक्षत वर्मा ने सभी नागरिकों से स्वच्छ भारत मिशन अभियान को सफल बनाने की अपील की है। वहीं स्वास्थ्य निरीक्षकों को खाली प्लाटों में कूड़ा मिलने पर भूमि स्वामी को नोटिस देकर जुर्माना वसूलने का निर्देश दिया है। उन्होंने स्वच्छता को लेकर अधिकारियों को कोताही न बरतने को कहा है।