Pm Modi द्वारा अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में तीसरी वंदेभारत ट्रेन की सौगात दी है। बता दें कि बनारस से रांची गंतव्य करने वाली इस ‘वंदे भारत एक्सप्रेस’ का सुबह 9 बजे आगाज हुआ। इन ट्रेनों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्चुअली उद्घाटन किया। ये ट्रेन रांची से चल कर लोहरदगा होते हुए, टोरी, डाल्टनगंज, गढ़वारोड से, PDDU स्टेशन से आठ घंटे में गंतव्य स्टेशन बनारस पहुंचेगी, जिसका बनारस स्टेशन पर स्वागत किया गया।
प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि केंद्र आउटलेट का लोकार्पण
PM मोदी ने बनारस रेलवे स्टेशन पर “एक स्टेशन एक उत्पाद” और प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि केंद्र आउटलेट का भी शिलन्यास किया। इसके तहत बनारस रेल कारखाना में लोको शेड/पिट लाइन/कोचिंग डिपो का लोकार्पण किया है।
NER वाराणसी मंडल रेल प्रबंधक ने क्या कहा
NER वाराणसी मंडल के रेल प्रबंधक ने कहा कि बनारस रेलवे स्टेशन, सारनाथ एवं वाराणसी सिटी रेलवे स्टेशनों पर एक स्टेशन एक उत्पाद स्टॉलों का लोकार्पण पीएम ने वर्चुअली संपंन्न किया है। इसी के साथ बनारस स्टेशन पर प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि केंद्र (PMBJK) और वाराणसी सिटी स्टेशन पर रेल कोच रेस्टोरेंट का भी उद्घाटन किया।
बता दें कि बनारस स्टेशन पर ब्लैक पॉटरी, लकड़ी के खिलौनें और बनारसी साड़ी, सारनाथ स्टेशन पर फ़ूड प्रोडक्ट (मिठाई) समेत कई मौसमी फल एवं वाराणसी सिटी रेलवे स्टेशन पर फ़ूड प्रोडक्ट्स(पापड़) मूंग के लड्डू के स्टॉल लगाया जाएगा। जिससे यात्रियों को स्टेशन पर ही सजावटी सामान परिधान एवं अल्पाहार उपलब्ध मिल जाए। इसी के सात तीनों स्टेशनों पर लाइव प्रसारण का भी इंतेजाम किया गया है।
PM मोदी ने नई वंदे भारत ट्रेनों के शुभारम्भ समेत स्टॉल, गतिशक्ति मल्टीमॉडल कार्गो टर्मिनल, रेलवे गुड्स शेडों, स्टेशन भवनों एवं सर्विस भवनों पर सोलर प्लांट, कोच रेस्टोरेंट, विभिन्न रेल खंडों के विद्युतीकरण, दोहरीकरण, स्टेशनों की डिजिटल कंट्रोलिंग समेत विश्वकर्मा योजना के लाभार्थियों से सीधे संपर्क करने का निर्देश दिया है।
“वन स्टेशन वन प्रोडक्ट” को मिलेगा बढ़ावा
NER के PRO अशोक कुमार ने कहा कि रेल मंत्रालय ने ‘वोकल फॉर लोकल’ के दृष्टिकोण को बढ़ावा देने के लिए ‘वन स्टेशन वन प्रोडक्ट’ (ओएसओपी) योजना की शुरूआत की है। बनारस स्टेशन पर इसके लिए स्टॉल बना दिए गए हैं। वहीं रेलवे स्टेशनों पर बिक्री आउटलेट के माध्यम से काशी के कारीगरों, कुम्हारों, बुनकरों और हथकरघा बुनकरों, शिल्पकारों आदि कामगारों के लोगों को आजीविका के बेहतर अवसर प्रदान करने का प्लान बनाया गया है। इससे उन्हें आजीविका के लिए बेहतर अवसर भी मिलेंगे।