पहाड़ों पर लगातार हो रही मुसलाधार बारिश के कारण पूर्वी यूपी की नदियां पूरे उफान पर बह रही हैं। गोरखपुर, वाराणसी समेत 20 से ज्यादा जिलों में बाढ़ की स्थिति बन गई है। जिससे करीब 20 लाख लोग प्रभावित हुए हैं।
बाढ़ के कारण वाराणसी में स्थित त्नेश्वर महादेव मंदिर गंगा में पूरी तरह से डूब चुका है। इसी के साथ गंगा के जलस्तर पड़ने से 15 घाट भी डूब चुका है। वहीं अस्सी और दशाश्वमेध घाट, जहां पर मां गंगा की आरती होती है वहां तक गंगा का पानी पहुंच चुका है।
योगी के गढ़ गोरखपुर में राप्ती नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। जिसके कारण 60 से ज्यादा गांव डूब चुके हैं। प्रशासन की ओर से बस्तियों में नाव लगवाया गया है। हर तरफ पानी ही पानी भरा हुआ है। स्थानीय लोगों की रातें छतों पर गुजर रही हैं। इन सब के साथ अभी तक प्रदेश में, 24 घंटे में पानी में डूबने से 6 लोगों की मौत हो चुकी है।
आज सिर्फ प्रतापगढ़ में भारी बारिश का अलर्ट है। इसके अलावा 22 जिलों में बिजली चमकने की चेतावनी है।
यूपी में मानसून फिर से रुठा हुआ लग रहा है। मंगलवार को प्रदेश में 1 MM भी बारिश नहीं हुई। 25 जिलों में सिर्फ 0.8 MM बारिश हुई। जोकि औसत से 92% कम है। झांसी-मैनपुरी को छोड़ दें तो किसी भी जिले की बारिश दहाई का अंक पार नहीं कर पाई है।
आपको बता दें कि मैनपुरी में 16.5 MM और झांसी में 10 MM बरसात हुई है। 1 जून से अभी तक नॉर्मल से 6 फीसद ज्यादा बारिश हो चुकी है। पिछले 46 दिनों में 243 MM बारिश हो चुकी है, जबकि औसत 229 MM का है।