LS Election 2024: आम चुनाव 2024 के तहत पहली बार वरुण गांधी भाजपा से पीलीभीत का टिकट कटने के बाद, चुनावी मैदान पर प्रचार करने उतरे हैं। वरुण आज सुल्तानपुर संसदीय सीट से भाजपा प्रत्याशी और मां मेनका गांधी के लिए लोगों से मिल रहे हैं और मां के पक्ष में वोट देने की अपील कर रहे हैं। उन्होंने छठें चरण के तहत आज 23 तारीख को चुनाव प्रचार के आखिरी दिन मां मेनका गांधी के लिए नुक्कड़ सभा का आयोजन भी किया।
वरुण गांधी ने सुल्तानपुर में मां के लिए चुनाव प्रचार-प्रसार करते हुए लोगों से भाजपा के टैगलाइन ‘मोदी का परिवार’ से हटकर कहा कि, सबका अधिकार हमारे परिवार से ऊपर है। यहां पर कोई हमसे अलग नहीं। आपको बता दें कि नुक्कड़ सभा का आयोजन करते हुए वरुण गांधी ने गले न्म हरे रंग का गमछा ले रखा था जिसपर राधे-राधे लिखा था।
वरुण गांधी ने सुल्तानपुर के लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि उन्हें यहां के लोगों से न तो कोई दुश्मनी है और न ही वे उनसे गुस्सा हैं। यहां पर जैसे आप हैं वैसे मै भी हूँ। यदि हमारे सामने भी को ई चुनावी मैदान पर उतरता है औप बिमार पड़ जाता है तो सबसे पहले हम उनकी मदद के लिए आगे आएंगे। आगे उन्होंने कहा कि उनका किसी से बैर नहीं है। जब मैं सुल्तानपुर पहली बार अपना पिता के साथ आया था तभी से मुझे यहां की खुशबू भा गई थी लेकिन आज मैं गर्व से ये कह सकता हूँ कि मैं अपने माँ के भूमि पर आया हूँ।
उन्होंने नुक्कड़ सभा में मौजूद सभी लोगों से कहा कि यदि उन्हें कभी भी किसी भी तरह के दिक्कत या संकट का सामना करना पड़ जाए, कभी किसी के परिवार में कोई बिमार हो जाए तो वह अकेला नहीं होना चाहिए। आगे उन्होंने संबोधन में कहा कि मैं आपको अपना नंबर दे रहा हूं, ये अपनी तरफ से आपको एक सुरक्षा कवच दे रहा हूँ और जिनके पास मां का नंबर है वो लोग और बड़े सुरक्षा कवच में हैं। कोई भी दिक्कत आए आप अधिकार स्वरूप मुझसे सीधा फोन पर बात कर सकते हो और आप अपनी समस्याएं साझा कर सकते हैं।
वरुण गांधी ने कहा कि मैं बड़ी जिम्मेदारी से यह बात कहता हूं, सुल्तानपुर में न तो काबलियत की कमी है और न ही साहस की कमी है, न प्रतिभा की न स्वाभिमान की। सुल्तानपुर के लोगों को केवल ऐसा एक व्यक्ति चाहिए जो यहां के लोगों को अपना परिवार माने और परिवार के सदस्य की तरह वह उनकी सेवा करें।
वरुण गांधी ने बिना नाम लिए भाजपा के “मोदी का परिवार” टैग लाइन पर कटाक्ष किया। उन्होंने कहा, परिवार का मतलब होता है, ‘हर वार पर जो साथ दे वही परिवार होता है।’ लोग से एक वादा करते हैं नाली, सड़क, बिजली, यह सब तो होता ही रहेगा। लेकिन हम सब वादा करते हैं कि सुल्तानपुर का कोई व्यक्ति कभी अकेला नहीं रहेगा।