VNS NEWS: काशी विश्वनाथ धाम के गर्भगृह में भीड़ पर काबू पाने के लिए लगभग पांच दिनों तक के लिए बाबा के दर्शन पर रोक लगा दी गई थी।
अधिक भीड़ होने के कारण श्रद्धालु के अरघे में गिरने के बाद स्पर्श दर्शन में की व्यवस्थाओं में कुछ बदलाव किए गए हैं। इस दौरान अब स्पर्श दर्शन के लिए श्रद्धालुओं को एक-एक करके गर्भगृह में प्रवेश दिया जाएगा।
आपको बता दें कि श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में पांच दिनों के बाद स्पर्श दर्शन शुरू हो गया। दरअसल, सख्त नियमों के साथ ही दर्शन की व्यवस्था को शुरू किया गया है।
अब स्पर्श दर्शन के लिए श्रद्धालुओं को एक-एक करके गर्भगृह में प्रवेश दिया जाएगा। वहीं इसके साथ ही मंदिर में तैनात सुरक्षाकर्मियों की हर दो घंटे पर ड्यूटी बदली जाएगी।
मंदिर प्रशासन ने किए विशेष बदलाव
दरअसल, मंदिर प्रशासन ने दर्शन पूजन की व्यवस्थाओं में कई बदलाव किए हैं। इस दौरान गर्भगृह में दर्शन पूजन के दौरान अब नियमित रूप से डेढ़ फीट का अरघा लगाकर ही आम श्रद्धालुओं को प्रवेश दिया जाएगा।
वहीं दूसरी ओर इसकी झांकी दर्शन के दौरान लगने वाली जलधरी की डिजाइन में भी बदलाव किया जा रहा है। बता दें कि अब मंदिर में स्थायी जलधरी लगाई जाएगी ताकि उसे बार-बार निकालने और लगाने की जरूरत नहीं होगी।
श्रद्धालुओं को एक-एक करके दिया जाएगा प्रवेश
बाबा के दर्शन के दौरान श्रद्धालुओं को एक-एक करके ही प्रवेश कराने का निर्देश दिया गया है। इसके साथ ही गर्भगृह में भक्तों के लिए नियमित रूप से अरघा लगाकर ही स्पर्श दर्शन कराया जाएगा।
लगभग डेढ़ फीट का अरघा लगने से बाबा विश्वनाथ के विग्रह की भी सुरक्षा होगी। ताकि भविष्य में इस तरह की घटना की दोबारा न हो सके।