नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (NIA) से उड़ान शुरू होने में अभी और इंतजार करना होगा। पहले इसका संचालन अप्रैल 2025 में शुरू होने की योजना थी, लेकिन Directorate General of Civil Aviation (DGCA) द्वारा आवश्यक एयरोड्रम लाइसेंस जारी न किए जाने के कारण यह देरी हो रही है। अब मई 2025 में ही लाइसेंस मिलने की संभावना है, जिसके बाद घरेलू विमानों का संचालन शुरू हो सकेगा। हालांकि, अंतरराष्ट्रीय उड़ानें जुलाई 2025 तक ही संभव होंगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जताई नाराजगी
सोमवार को लखनऊ में हुई एक उच्चस्तरीय बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एयरपोर्ट के निर्माण कार्य में हो रही देरी पर नाराजगी जताई। उन्होंने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि एयरपोर्ट का निर्माण कार्य निर्धारित समय सीमा में पूरा किया जाए ताकि नागरिकों को असुविधा न हो।
एयरपोर्ट संचालन में देरी पर भारी जुर्माना
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (NIAL) और Zurich Airport International AG के बीच हुए समझौते के अनुसार, पहले 30 सितंबर 2024 तक उड़ान शुरू होनी थी। बाद में 31 दिसंबर 2024 तक का अतिरिक्त समय दिया गया, लेकिन तब भी संचालन नहीं हो सका। इसके बाद 17 अप्रैल 2025 तक उड़ान शुरू करने की समय-सीमा तय की गई थी।
समझौते के अनुसार, यदि 31 दिसंबर 2024 तक संचालन शुरू नहीं हुआ, तो विकासकर्ता कंपनी पर 10 लाख रुपये प्रतिदिन का जुर्माना लगाने का प्रावधान था। अब अप्रैल की समय-सीमा भी पार होती दिख रही है, जिससे सरकार और प्रशासन की चिंता बढ़ गई है।
मई में केवल घरेलू उड़ानें शुरू होंगी
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के अधिकारियों ने मंगलवार को जारी किए गए बयान में बताया कि मई 2025 तक एयरोड्रम लाइसेंस मिलने की उम्मीद है। इसके बाद केवल घरेलू उड़ानें शुरू की जाएंगी। अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लिए यात्रियों को जुलाई 2025 तक इंतजार करना होगा।
अधूरी सुविधाएं बनीं देरी का कारण
पांच मार्च को जेवर एयरपोर्ट साइट पर DGCA, AAI, BCAS, YAPL और टाटा प्रोजेक्ट समेत कई संस्थानों के अधिकारियों की एक बैठक हुई। इस दौरान एयरपोर्ट निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया गया।
निरीक्षण के दौरान पाया गया कि कई महत्वपूर्ण कार्य अभी अधूरे हैं:
टर्मिनल दो फेज़ में बन रहा, अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए इंतजार
नोएडा एयरपोर्ट का टर्मिनल दो फेज़ में तैयार हो रहा है। पहले फेज़ में घरेलू उड़ानों के लिए टर्मिनल तैयार किया जा रहा है, जो अप्रैल 2025 तक पूरा होने की संभावना है। लेकिन अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लिए आवश्यक सुविधाएं अभी अधूरी हैं, जिससे जुलाई 2025 तक इंटरनेशनल फ्लाइट्स शुरू होने की उम्मीद है।
देरी से बढ़ी यात्रियों की परेशानी
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट उत्तर भारत का एक बड़ा एविएशन हब बनने जा रहा है, लेकिन निर्माण में हो रही देरी से यात्रियों की परेशानी बढ़ रही है। सरकार और प्रशासन इस प्रोजेक्ट को जल्द से जल्द पूरा करने के लिए प्रयासरत हैं, लेकिन यात्रियों को अभी इंतजार करना होगा। यदि निर्माण कार्य समय पर पूरा नहीं हुआ, तो विकासकर्ता कंपनी को भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ सकता है।