Loksabha Election 2024: भाजपा ने बुधवार को मैनपुरी से अपने प्रत्याशी जयवीर सिंह को मैदान में उतार दिया है। यहां से प्रत्याशी बनाए जाने के बाद जयवीर सिंह पर तंज कसते हुए कहा कि इससे उनके पार्टी या वोटरों पर कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है। समाजवादी पार्टी बड़े अंतराल से मैनपुरी के किले पर फतह हासिल करेगी।
सपा का गढ़ कहे जाने वाली मैनपुरी संसदीय सीट पर भारतीय जनता पार्टी ने बुधवार को उत्तर प्रदेश सरकार के पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह को प्रत्याशी बनाया है जिनका मुकाबला सपा प्रमुख अखिलेश यादव की पत्नी और मौजूदा सांसद डिंपल यादव से होने वाला है। दोनों ही राजनेताओं ने इस सीट पर अपनी-अपनी जीत के दावे किये हैं।
सिंह ने बुधवार को यहां से भाजपा का उम्मीदवार बनाए जाने के बाद कहा कि ”उन्होंने (डिंपल ने) उप चुनाव में सपा के संरक्षक मुलायम सिंह यादव के प्रति सहानुभूति लहर के चलते जीत दर्ज कर लिया था, लेकिन, अब समय बदल चुका है और लोग क्षेत्र में विकास कार्य का हिसाब मांग रहे हैं, जिसका मौजूदा सांसद के पास कोई जवाब नहीं है।”
जयवीर सिंह ने मैनपुरी संसदीय सीट से जीत का किया दावा
PM Narendra Modi की केंद्र और योगी की राज्य सरकार की नीतियों को उत्तर प्रदेश में “कानून-राज” का हवाला देते हुए सिंह ने दावा करते हुए कहा कि राज्य की जनता ने जिस तरह 2022 के विधानसभा में साथ देकर दूसरी बार योगी को अपने मुख्यमंत्री के रूप में चुना उसी तरह तीसरी बार जनता मोदी जी को प्रधानमंत्री के रूप में 4 जून को देखेगी।
यूपी के सभी सीटों पर भाजपा और सहयोगी दल की विजय
सिंह ने कहा कि यूपी की सभी 80 सीटों पर भाजपा और सहयोगी दल विजयी होंगे और उस जीत में मैनपुरी का योगदान भी बहुत रहेगा। इस सीट पर तीसरे चरण में 7 मई को मतदान होना है। सिंह 2017 में भाजपा में शामिल होने से पहले 2012-17 तक कांग्रेस और सपा में भी कार्यरत रहे हैं।
आगे अपनी बात रखते हुए पर्यटन मंत्री ने कहा कि उन्हें केंद्र में प्रधानमंत्री मोदी और राज्य में आदित्यनाथ की जनकल्याणकारी नीतियों के आधार पर उनकी पार्टी चुनाव में ‘100 प्रतिशत’ जीतेगी इसका उन्हें पूर्ण विश्वास और भरोसा है। सिंह ने दावा करते हुए कहा कि मैनपुरी विधानसभा सीट सपा के गढ़ के रूप में जाना जाता है, जिसे जीतकर वे लोकसभा में सपा के गढ़ को तोड़ देंगे। इस दावे पर अपनी प्रक्रिया देते हुए डिंपल यादव ने कहा कि ”यहां (मैनपुरी) से कोई भी आए, इससे कोई फर्क नहीं पड़ेगा और सपा भारी अंतर से चुनाव में विजय प्राप्त करेगी।”
सिंह की प्रक्रिया क्या रही इसपर
जयवीर सिंह ने इसका जवाब देते हुए कहा कि, ‘उन्होंने (डिंपल यादव) मुलायम सिंह यादव के निधन पर सहानुभूति लहर पर सवार होकर उपचुनाव बेशक जीत लिया था। पर, वह समय बीत चुका है और लोग क्षेत्र में विकास कार्य पर सवाल पूछ रहे हैं, जिसका वहां से मौजूदा सांसद के पास कोई उत्तर नहीं है।’ वहीं, जयवीर सिंह की उम्मीदवारी पर डिंपल यादव ने कहा, ‘किसी प्रत्याशी को तो भाजपा को यहां से मैदान में उतारना ही था।’
जब उनसे पूछा गया कि क्या वह मानती हैं कि उनकी पार्टी के लिए कोई राजनीतिक चुनौती है, तो डिंपल ने कहा, ‘हमें लोगों का भारी समर्थन, प्यार और आशीर्वाद मिल रहा है और इस बार के नतीजे पिछली बार से बहुत बेहतर होने वाला है।’
2022 में डिंपल मैनपुरी के उपचुनाव में बनी विजेता
समाजवादी पार्टी की उम्मीदवार डिंपल यादव 2022 में यूपी में मैनपुरी से संसदीय उपचुनाव में विजय प्राप्त किया था और अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी और भाजपा उम्मीदवार रघुराज सिंह शाक्य को 2,88,461 वोटों से मात दिया था। यह सीट सपा का गढ़ मानी जाने वाली और पार्टी संस्थापक डिंपल यादव के ससुर मुलायम सिंह यादव के पास थी पर 10 अक्टूबर, 2022 को उनकी मृत्यु के बाद ये सीट खाली हो पड़ गई थी। साल 2019 में, मुलायम सिंह यादव ने भाजपा उम्मीदवार प्रेम सिंह शाक्य को इस सीट से 94,389 वोटों के अंतर से हराया था।