यूपी में बारिश के आगमन के बाद एक बार फिर से माहौल सुहाना हो गया है। राजधानी लखनऊ में बीते 10 घंटे से लगातार बारिश हो रही है। वही, कानपुर, वाराणसी और प्रयागराज समेत 10 से ज्यादा जिलों में सुबह से ही बारिश हो रही है।
वहीं बांध से पानी छोड़े जाने से प्रयागराज के 1200 घरों में गंगा का पानी भर चुका है। लेटे हनुमान मंदिर में गंगा पहुंच गई हैं। वाराणसी में 50 से ज्यादा घाट गंगा में गंगा में जलमग्न हो चुके हैं। इसी के साथ आरती स्थल दशाश्वमेध घाट और महाश्मशान मणिकर्णिका घाट भी पूरी तरह डूब चुका है। ऐसे में अब आरती और शवदाह घाटों के ऊपर बने छत पर हो रहे हैं।
बाबा मसान नाथ और रत्नेश्वर मंदिर समेत 50 से ज्यादा छोटे बड़े मंदिर भी गंगा में समा चुके हैं। गंगा आरती स्थल को पांचवीं बार बदला गया है। गंगा का पानी हर घंटे करीब 7 CM की गति से बढ़ रहा है। ऐसे में जलस्तर 67.10 मीटर पहुंच गया है जिससे कन्नौज और कानपुर जिले में गंगा खतरे के निशान के करीब पहुंच गईं हैं। वहीं आज मौसम विभाग ने 27 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। इसी के साथ झांसी और ललितपुर में बहुत भारी बारिश होने का अनुमान है।
लखनऊ में मंगलवार देर रात करीब 1 बजे से शुरू हुई बरसात, बुधवार सुबह भी जारी है। कभी रिमझिम तो कभी तेज बरसात हो रही है। 10 घंटे से ज्यादा समय से लगातार हो रही बारिश की वजह से कई इलाकों में पानी भर गया है। इसके साथ ही 10 किलोमीटर की रफ्तार से ठंडी हवाएं भी चल रही हैं।
सुबह शहर का अधिकतम तापमान 26 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। मौसम विभाग का कहना है कि अगले दो-तीन दिनों तक ऐसा ही मौसम बना रहेगा। रुक-रुक कर बारिश होती रहेगी। इस दौरान 7 से 10 किलोमीटर की रफ्तार से हवाएं भी चलेंगी।
प्रयागराज में भी सुबह से रुक-रुक कर बारिश हो रही है। कई कॉलोनियों में पानी भर गया है। गंगा-यमुना का जलस्तर इतनी तेजी से बढ़ रहा है कि बुधवार सुबह पानी बांध पर स्थित लेटे हनुमान मंदिर में पहुंच गया। मंदिर को दर्शन के लिए बंद कर दिया गया है।
दूसरी ओर ससुर खदेरी नदी का जलस्तर बढ़ने से करेली के करीब 1200 घरों में पानी घुस गया है। स्थिति यह है कि लोगों के बेडरूम तक पानी पहुंच गया है। जेके कॉलोनी, ऐनुद्दीनपुर, गड्ढा और जेके आशियाना समेत कई इलाकों में 5 फिट तक पानी भर गया है। पानी की वजह से लोग अपना घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर जा रहे हैं।
पीलीभीत में लगातार हो रही बारिश की वजह से फिर बाढ़ ने तबाही मचानी शुरू कर दी है। पीलीभीत से माधोटांडा जाने वाली सड़क बाढ़ में बह गई थी। PWD विभाग ने टूटी सड़क को रिपेयर किया। लेकिन लगातार हो रही बारिश की वजह से मंगलवार देर रात यह पुलिया भी बह गई।
मंगलवार को 30 जिलों में सिर्फ 1.8 MM बारिश हुई। जो कि नॉर्मल (7.8 MM) से 77% कम है। सबसे ज्यादा 85.5 MM बारिश कुशीनगर में हुई। शाहजहांपुर सबसे गर्म जिला रहा। यहां का पारा 35.2 डिग्री तक पहुंच गया। गाजीपुर सबसे गर्म रात वाला जिला रहा। यहां का तापमान 28.8 डिग्री तक चला गया।
गाजीपुर, आजमगढ़, मऊ, बलिया, गोरखपुर, संत कबीरनगर, बस्ती, कुशीनगर, महाराजगंज, सिद्धार्थनगर, गोंडा, बलरामपुर, अंबेडकरनगर, आगरा, फिरोजाबाद, मैनपुरी, इटावा, जालौन, हमीरपुर, झांसी, ललितपुर।