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Gonda News: नहर में 47 साल नहीं आया पानी, ग्रामीणों ने इस शर्त पर मानी बात

गोंडा में सरयू परियोजन की एक ऐसी नहर जिसमें 47 सालों बाद पानी आयेगा। ये खबर जानकर अटपटा जरूर लग रहा होगा। लेकिन सच्चाई यही है। जिले एक ऐसी नहर है जिसकी शुरुआत साल 1976 में हुई थी। तब से लेकर अब तक सरकारें आतीं रहीं और जाती रहीं लेकिन यह नहर शुरू नहीं हो सकी

By: Satyam Dubey  RNI News Network
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Gonda News: नहर में 47 साल नहीं आया पानी, ग्रामीणों ने इस शर्त पर मानी बात

गोंडा में सरयू परियोजन की एक ऐसी नहर जिसमें 47 सालों बाद पानी आयेगा। ये खबर जानकर अटपटा जरूर लग रहा होगा। लेकिन सच्चाई यही है। जिले एक ऐसी नहर है जिसकी शुरुआत साल 1976 में हुई थी। तब से लेकर अब तक सरकारें आतीं रहीं और जाती रहीं लेकिन यह नहर शुरू नहीं हो सकी। पिछले लोकसभा चुनावों के पहले पीएम मोदी ने बलरामपुर जिले से नहर परियोजनाओं का शुभारंभ किया था। इसके बाद भी नहर के नसीब में पानी नहीं आया।

नहर में पानी नहीं आने की सबसे बड़ी वजह इसके बीच में 600 मीटर का गैप था। जो गोंडा के परसा गोंड़री गांव के शिवशंकर पुरवा में। यहां गाव वालों का विरोध था लेकिन हालांकि आज प्रशासन ने ग्रामीणों से बात कर मामले को निस्तारित कर दिया। जिसके बाद नहर के गैप को भरने का काम शुरू कर दिया गया है, उम्मीद है एक दो दिन में नहर में 47 साल बाद पानी आएगा।

आपको बता दें इस विवाद की असली वजह 1976 में अधिग्रहित किए गए जमीनों के मुवायजे को लेकर थी। जिस समय जमीन का अधिग्रहण हुआ था उस समय जमीन की कीमत काफी कम थी। लेकिन जब यह शुरू करने का समय आया तो मुवायजे को लेकर परसा गोंड़री के तीन परिवारों ने नहर के बीच ही छप्पर डालकर पूरे परिवार के साथ धरने पर बैठ गए। पिछले तीन सालों से हर मौसम में वह बराबर धरने पर बैठे रहे। इस दौरान प्रशासन ने कई बार ग्रामीणों से बात कर मामले को सुलझाने की कोशिश की।

इसके बाद भी स्थिति बिगड़ती चली गई नहर शुरू करने को लेकर हाई कोर्ट में एक पीआईएल दाखिल की गई। जिसमें नहर शुरू करने की बात हाई कोर्ट ने कही। कोर्ट के दबाव के चलते ही प्रशासन ने आज परसा गोड़री में ग्रामीणों से बात कर दो गुना मुआवजा देने की बात कही। तब जाकर सुलह की स्थिति बन पाई और नहर के बचे 600 मीटर गैप को भरने का काम शुरू हो पाया।

पिछली कई बार के घटनाक्रमों से सबक लेते हुए प्रशासन ने इस बार बहुत बड़ी तैयारी की थी। किसी प्रकार के विरोध से निपटने के लिए बहुत बड़ी संख्या में अधिकारियों के दल के साथ कई जिलों के लगभग 1000 पुलिसकर्मियों को गांव में तैनात किया गया था। अब जब नहर खुदाई का काम शुरू हो गया है तो लगता है कि शायद जल्द ही नहर में पानी भी आ जाएगा। जिससे किसानों को इसका फायदा भी मिलेगा।

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