छठ पूजा से जुड़ी 10 महत्वपूर्ण बातें

ABHINAV TIWARI

1. छठ पर्व से जुड़ी कई पौराणिक कथाएं हैं। राम और सीता ने रामराज्य की स्थापना के समय सूर्यदेव की आराधना की थी।

2. छठ में छठी मैया और सूर्य देव की आराधना की जाती है। मान्यता यह है कि छठ पूजा से आपको संतान प्राप्ति होती है और संतान सुख मिलता है।

3. यह एक ऐसा पर्व है, जिसमें सूर्योदय के साथ ही सूर्यास्त के समय भी सूर्य देव को जल दिया जाता है। इस पूजा में एक दिन नहीं, 4 दिन का व्रत रखा जाता है, जो कि हिन्दू धर्म का सबसे बड़ा और कठिन पर्व माना जाता है।

4. छठ का पहला दिन नहाय-खाय का होता है, इस दिन पूरे घर की सफाई होती है। इसके बाद स्नान करके घीए की सब्जी और चावल दाल बनाया जाता है।

5. छठ के दूसरे दिन को खरना कहते हैं। इस दिन शाम को गुड़ की खीर और रोटी बनाते हैं।

6. तीसरा दिन:  संध्या अर्घ्य (शाम का अर्घ्य):- छठ पूजा के तीसरे दिन, भक्त पानी से परहेज करते हुए कठोर उपवास रखते हैं। इस दिन को 'संध्या अर्घ्य' अनुष्ठान के रूप में मनाया जाता है, जहाँ भक्त सूर्यास्त के समय नदी के किनारे या जल निकायों में इकट्ठा होते हैं और डूबते सूर्य की प्रार्थना करते हैं। पारंपरिक पोशाक पहने हुए, वे फलों, ठेकुआ और अन्य प्रसाद से भरी टोकरियाँ लेकर चलते हैं और उन्हें स्वास्थ्य, धन और समृद्धि के आशीर्वाद के लिए सूर्य देव को अर्पित करते हैं।

7. दिन 4:  उषा अर्घ्य (सुबह का अर्घ्य) और समापन:- छठ पूजा का चौथा और अंतिम दिन उगते सूर्य को अर्घ्य देने के लिए समर्पित है। रात भर जागरण करने के बाद, भक्त भोर में अनुष्ठान करते हैं, पृथ्वी पर जीवन को बनाए रखने के लिए सूर्य देव के प्रति आभार व्यक्त करते हैं। सुबह की प्रार्थना के बाद, वे परिवार और दोस्तों के साथ अपना उपवास तोड़ते हैं, और इसी  के साथ यह त्योहार पूर्ण हो जाता है।

8. इस पूजा में सूर्यास्त और सूर्योदय के समय सूर्य देव को अर्ध्य दिया जाता है। यह अंधकार से प्रकाश की ओर यात्रा का प्रतीक माना जाता है।

9. छठ पर पारंपरिक लोकगीत गाए जाते हैं। इन गीतों में छठी मैया और सूर्य देवता की महिमा का वर्णन होता है। छठ पूजा का वैज्ञानिक मान्यता भी है। सूर्य को अर्ध्य देने से सूर्य की सीधी ऊर्जा पड़ती है, जिससे आपका स्वास्थ्य अच्छा रहता है।

10. छठ पूजा के प्रसाद को खाना सौभाग्य माना जाता है। मान्यता है कि यह प्रसाद जिसके भाग्य में लिखा होता है उसे ही मिलता है।

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