जैसे मनुष्य विकसित हुए हैं, वैसे ही वे भाषाएँ भी विकसित हुई हैं जिन्हें वे बोलते हैं। प्रत्येक पीढ़ी के साथ, भाषा बड़े और छोटे दोनों तरीकों से बदल गई है। जहाँ कुछ भाषाएँ विभिन्न बोलियों में विकसित हो जाती हैं, वहीं अन्य विलुप्त हो जाती हैं। मुट्ठी भर अपनी उत्पत्ति के समय से अपरिवर्तित हैं।
तमिल: तमिल भाषा समृद्ध साहित्यिक परंपरा वाली सबसे पुरानी शास्त्रीय भाषाओं में से एक अभी भी दक्षिणी भारत और श्रीलंका में बोली जाती है।
फारसी: प्राचीन फारस में निहित फारसी, ईरान और मध्य एशिया के कुछ हिस्सों में बोली जाती है।
ग्रीक: प्राचीन ग्रीक आधुनिक ग्रीक का अग्रदूत है, जो साहित्य, दर्शन और विज्ञान पर अपने महत्वपूर्ण प्रभाव के लिए जानी जाती है।
हिब्रू: हिब्रू बाइबिल की भाषा है, आधुनिक इजराइल में मुख्य रूप से बोली जाने वाली भाषा है।
चाइनीज(मंदारिन): देखा जाए तो आधुनिक मंदारिन प्राचीन चीनी भाषा से जुड़ा नहीं है, परंतु इसका संबंध एक समृद्ध साहित्यिक परंपरा से है।
एराबिका: एक लंबे इतिहास वाली सेमेटिक भाषा, एराबिक भाषा अरब देशों में बोली जाने वाली भाषा है। जिसकी एक समृद्ध सांस्कृतिक और साहित्यिक विरासत है।
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