कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर कई दशक से उज्जैन में गधों का मेला लग रहा है।
यहाँ बड़ी संख्या में व्यापारी गधों को लेकर मेले में पहुँचते हैं।
व्यापारियों का कहना है कि गधों की कीमत पर महंगाई का कोई प्रभाव नहीं होता है।
2000 से 20,000 रुपये तक यहाँ घोड़े बिकते हैं। वहीं गधों का नाम किसी फेमस व्यक्ति के नाम पर हो तो वह गधों का राजा माना जाता है। यह इसलिए क्योंकि गधों के नाम से भी कुछ लोगों का आकर्षण जुड़ा रहता है।
कई कामों में गधों का उपयोग होता है। अधिकांश गधों का उपयोग ईंट व्यापारी करते हैं
खरीददार गधों की कीमत उनके दांत और उम्र को देखकर करते हैं। गधों की उम्र तकरीबन 20 साल होती है।