गठिया, अस्थमा और खुजली जैसे बीमीरियों में असरदार हैं गेंदा का फूल
ABHINAV TIWARI
गेंदा का फूल एक ऐसा फूल है जिसका प्रयोग सबसे ज्यादा तीज-त्योहारों में किया जाता है। पीले और केसरिया रंग के खूबसूरत दिखने वाले ये फूल देवी-देवताओं को बहुत पसंद हैं।
गेंदा का फूल पीला या हल्का केसरिया या संतरे कलर का होता है।
गेंदे के फूल जहाँ एक तरफ त्याग के लिए जाने जाते हैं तो वहीं अग्नि जैसे प्रचंड व्यक्तित्व को भी दर्शाते हैं।
चाहे गणेश चतुर्थी हो, दुर्गा पूजा हो, छठ पूजा हो या दिवाली हो। इस फूल की खूब मांग रहती है। पूजा के साथ-साथ इस फूल के हेल्थ से जुड़े भी बेनिफिट्स होते हैं।
गेंदे के फूल से मालिस करने से खुजली और खराश में आराम मिलता है।
गेंदे का फूल जली हुई स्किन को ठीक करने, सूजन को कम करने में मदद करता है। गेंदे का तेल लगाने से शरीर पर कटा हुआ हिस्सा जल्दी भर जाता है।
गेंदे का फूल गठिया के दर्द को कम करता है और मांसपेशियों की अकड़न को शांत करता है।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा की राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें।