हनुमान जी के 8 स्वरूपों के नाम

ऐसी मान्यता है कि कलियुग में हनुमानजी की पूजा से न सिर्फ घर की बाधा दूर होती है, बल्कि बिगड़े काम भी बन जाते हैं। कहते हैं कलियुग में समस्त दुखों का नाश महज हनुमानजी की आराधना से हो जाता है। ऐसे में आइए जानते हैं श्री राम के सबसे बड़े भक्तों में से एक हनुमान जी के स्वरूपों के बारे में...

अतुलितबलधामं

जो अतुल्यबल के स्वामी हैं

हेमशैलाभदेहं

जो हिमालय पर्वत के समान हैं

दनुजवनकृशानमं

जिन्होंने दैत्य-वन को जलाकर राख कर दिया

ज्ञानिनामग्रमन्यं

जिनमें ज्ञानियों के सभी महान कौशल हैं

सकलगुणनिधानमं

जो संपूर्ण गुण को धारण करने वाले हैं

वारणामधीशम

और ये वानरों के प्रमुख सेनापति हैं

रघुपतिप्रियभक्तं 

जो श्री राम के प्रिय हैं

वातजातम नमामी

ऐसे वायुपुत्र को हमारा सत्-सत् नमन है

यह पोस्ट धार्मिक भावनाओं और धार्मिक क्रियाकलापों  के आधार पर लिखा गया है "यूपी की बात" न्यूज़ चैनल इस जानकारी की पुष्टि और जिम्मेदारी नहीं लेता है। 

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