योगी सरकार जब पहली बार यूपी की सत्ता में 2017 में आई थी तभी ये फरमान जारी हो गया था कि यूपी की सड़को को गड्ढा मुक्त किया जाए। अब करीब 7 साल से अधिक का समय बीत चुका है, वहीं जमीनी स्तर पर सरकार के इस फरमान का कितना लाभ हुआ है। ये तो आप सुल्तानपुर के कादीपुर विधानसभा के अंतर्गत आने वाले दोस्तपुर से मालीपुर मार्ग को देख कर समझ ही सकते हैं। जहां पर करीब 8 किमी का मार्ग गड्ढों में तब्दील हो चुका है। आश्चर्य की बात ये है कि यह रास्ता सीधे क्षेत्रीय भाजपा विधायक राजेश गौतम के घर तक जाता है।
दोस्तपुर से मालीपुर वाया बढ़ौली मार्ग अब गड्ढों का शक्ल ले चुका है और यदि आप यहां से दोपहिया से जा रहे हैं और बारिश का मौसम है तो बेहतर है कि गंतव्य स्थान तक पैदल ही जाएं क्योंकि इस सड़क पर तो चार पहिया वाहन मालिक भी चलने से कतराते हैं। स्थानीय लोगों की मानें तो बीते पंद्रह वर्षों से यह मार्ग अपनी स्थिति पर जस का तस है। पहले से बदहाल मार्ग को तहस-नहस करने का पूरा काम किया सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट पूर्वाचल एक्सप्रेस-वे के निर्माण ने। पूर्वाचल एक्सप्रेस-वे निर्माण के समय इसी मार्ग से मिट्टी आदि सामग्री डम्पर से लोड करके ले जाई जाती रही। जिससे बचा खुचा मार्ग भी गड्ढों के भेस में तब्दील हो गया।
एक्प्रेसवे निर्माण कार्य होने तक क्षेत्रवासियों को उम्मीद थी कि पूर्वाचल एक्सप्रेस का निर्माण पूर्ण होने पर मार्ग का निर्माण भी सरकार द्वारा किया जाएगा। परन्तु वह आस वर्तमान में भी पूरी होने की राह जोह रही है। इसमें भी मजे की बात यह है कि इसी मार्ग पर सत्ताधारी दल के विधायक का घर भी बना हुआ है।
जिन्होंने एक पंचवर्षीय का कार्यकाल पूरा करने के बाद दूसरे कार्यकाल को पूरा कर रहे हैं पर अभी तक अपने घर को जाने वाले रास्ते को दुरुस्त करने में सक्षम नहीं हो पाए हैं। आम चुनाव से पहले लोकल क्षेत्र वासियों ने सड़क मांग को लेकर अपनी अपील भी की, परन्तु परिणाम क्या निकला शून्य…
जन-प्रतिनिधियों व प्रशासन के लोग इतने मस्त हो चुके हैं कि कोई इस मार्ग को देखने क्या सुध लेने को तैयार नहीं हैं। आपको बता दें कि इस मार्ग के किनारे लाखों की आबादी निवास करती है और कई सारे बेसिक, माध्यमिक व उच्चशिक्षण संस्थान भी स्थित हैं। ऐसे में प्रतिदिन कोई न कोई गिरकर चोटिल होता रहता है।
मार्ग निर्माण के विषय को लेकर क्षेत्रीय विधायक राजेश गौतम से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मैने कई बार शासन को पत्र लिखकर इस बारे में जानकारी दी है। पीडब्लूडी व यूपीडा के बीच विवाद के चलते मार्ग निर्माण में विलम्ब अवश्य हुआ है। लेकिन अभी जल्द ही के दिनों में मुख्यमंत्री से मिलकर निर्माण के लिए आग्रह किया है, जो कि जल्द ही शुरु हो जाएगा।