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Bareilly News: बरेली में बेचे जा रहे मीठे जहर का आखिर कौन है जिम्मेदार…

बरेली जनपद के भोजीपुरा क्षेत्र में मीठा जहर बेचा जा रहा है यानी कि मिलावटी मिठाई। जो कि धड़ल्ले से बेची जा रही है और जिन पर फूड विभाग के अधिकारियों ने आंखें मूंद रखी है।

By: Abhinav Tiwari  RNI News Network
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Bareilly News: बरेली में बेचे जा रहे मीठे जहर का आखिर कौन है जिम्मेदार…

बरेली जनपद के भोजीपुरा क्षेत्र में मीठा जहर बेचा जा रहा है यानी कि मिलावटी मिठाई। जो कि धड़ल्ले से बेची जा रही है और जिन पर फूड विभाग के अधिकारियों ने आंखें मूंद रखी है।

आपको बता दें कि भोजीपुरा क्षेत्र में मिठाई की एक बड़ी खेप तैयार की जाती है जिसको बरेली जनपद से लेकर अलग-अलग जिलों में भी भेजा जाता है। भोजीपुरा के रहने वाले महबूब ने तो एक तीर से दो निशाने वाली कहावत को पूरा कर दिया है। घर में बिस्कुट और मिलावटी मिठाई दोनों ही बनाने में लगे हुए हैं।

आइए अब आपको बताते हैं कि कैसे यहाँ पर प्रशासन के आंख में धूल झोंककर, तैयार करते हैं मिठाई के नाम पर मीठा जहर… सबसे पहले इसमें ये कैमिकल का उपयोग बड़ी मात्रा में करते हैं और इसी के साथ नकली दूध को फिटकरी कैमिकल में मिलाकर मिठाई बनाते हैं। और, मिठाई के नाम पर बेरोक-टोक जहर बनाकर बाजार में थोक को भाव में छोटे-छोटे दुकानदारों मिठाई के रूप में जहर बेच रहा है।

थाना भोजीपुरा के गांव पचदौरा का मामला

थाना भोजीपुरा के गांव पचदौरा में महबूब अंसारी एक बेकारी का कारखाना चला रहा है। जिस कारखाने में यह कैमिकल द्वारा बड़ी मात्रा मिठाई बनाता है। यह अपने कारखाने में बर्फी, लौज, सोनपापड़ी,आदि मिठाई बना रहा है। इस संबंध में जानकारी प्राप्त करने पर पता चला कि बर्फी बनाने के लिए नकली पाउडर वाला दूध, सूजी कैमिकल, चिकनाई के लिए पाम ऑयल मिलाकर बर्फी को तैयार करते हैं।

इसी तरह लॉज मिठाई बनाने के लिए नकली पाउडर वाला दूध सूजी, कैमिकल का उपयोग करते हैं। लॉज को दानेदार बनाने के लिए सूजी, दूध फाड़ने के लिए फिटकरी और सेंट का पॉम ऑयल उपयोग किया जाता है।

ऐसे ही सोन-पापड़ी वाली मिठाई बनाने के लिए बेसन के नाम पर मैदा, कैमिकल घी की जगह पर पाम ऑयल मिलाने के साथ कई और सामग्री को उपयोग में लाकर मिठाई बनाते हैं। और इस मिठाई को तैयार करके कई जगह पर भेजा जाता है।

न कोई सर्टिफिकेट न कोई लाइसेंस

बता दें कि इन लोगों के पास ना तो किसी तरीके का कोई लाइसेंस होता है न ही इन्हें किसी अधिकारी का डर होता है। क्योंकि ये निडर होकर मिलावटी कारोबार कई सालों से चला रहे हैं और संबंधित अधिकारी केवल अपना पेट भर रहे हैं। आखिर इन लोगों पर अभी तक कोई करवाई क्यों नहीं हुई, क्यों चल रहा है अवैध मिठाई का कारखाना, क्यों नहीं किया गया आज तक इनके प्रोडक्ट का सैंपल टेस्ट!? ऐसे कई सवालों को खाक कर दे रही हैं ये जहर खिलाने वाली दुकानें…

 

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