सरकारी अस्पतालों में प्रसव के दौरान माँ और बच्चे की जान जाने की खबरें आज कल आम हो चुकी हैं। इसी से जुड़ा एक मामला फ़िरोज़ाबाद से सामने आया है जहां गर्भवती महिला की ऑपरेशन के दौरान मौत हो जाती है।
फ़िरोज़ाबाद थाना रसूलपुर क्षेत्र के खंजापुर निवासी 35 वर्षीय राजेश्वरी देवी को प्रसव पीड़ा होने पर परिजन बुधवार सुबह सौ सैया अस्पताल में लेकर आए थे। परिजनों का आरोप है कि डाक्टरों ने आपरेशन किया, जिसमें महिला को मृत बच्चा पैदा हुआ।
उसके एक घंटे बाद महिला ने भी दम तोड़ दिया। महिला की मौत के बाद परिवार में कोहराम मच गया। परिजनों का रो—रोकर बुरा हाल था। अस्पताल में शव रखकर परिजनों ने हंगामा करना शुरू कर दिया।
हंगामे की सूचना पर इंस्पेक्टर राजेश पांडे पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने हंगामा कर रहे परिजनों को समझाने का प्रयास किया लेकिन परिजन डाक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए उनके विरुद्ध कार्रवाई की बात कर रहे थे। मृतका के देवर ने बताया जब वह अस्पताल लेकर आये थे। तब वह सही थीं। अंदर लेकर गये तो किसी को अंदर नहीं जाने दिया। उसके बाद दोनों को मृत बता दिया।
यहाँ एक सवाल जो हम लगातार पूछ रहे हैं की आख़िर कब तक यूं ही डॉक्टर की लापरवाही का ख़ामियाज़ा मरीज़ और परिजन उठाते रहेंगे और कब तक इस तरह के लापरवाह डॉक्टर यूही धड़दले से अस्पतालों में प्रैक्टिस और एक्सपेरिमेंट करते रहेंगे।