जीरो टॉलरेंस की नीति के तहत सूबे में सभी विभागों को कार्य करने के दिशा निर्देश दे दिए गए हैं। जिस भी विभाग में लापरवाही का मामला सामने आ रहा है, योगी सरकार तत्काल ऐक्शन ले रही है। डिप्टी सीएम और स्वास्थ्य मंत्री ऐक्शन मोड पर हैं। किसी भी जिले से स्वास्थ्य विभाग में लापरवाही या गड़बड़ी का मामला सामने आ रहा है तो सख्त से सख्त कार्रवाई की जा रही है। इसके बाद भी कहीं न कहीं से सरकार की जीरो टॉलरेंस की नीति में सेंध लगाने का मामला सामने आ जाता है। ताजा मामला बदायूं से सामने आया है।
बदायूं जिले के बिसौली कस्बे में झोलाछाप डॉक्टर के इलाज से लगातार मौतें हो रही हैं, इसके बाद ही स्वास्थ्य विभाग की टीम अनजान बनी हुई है। एक ओर डिप्टी सीएम लापरवाही के मामलों को संज्ञान में लेकर ऐक्शन ले रहे हैं, तो दूसरी ओर ऐसी खबरें सामने आ रही हैं। जिले के बिसौली कस्बे की रहने वाली नाजमा गर्भवती थीं। उनका प्रसव कराने के लिए घर वाले बिसौली में ही स्थित मेडिकेयर हॉस्पीटल पर लेकर पहुंचे। छोलाछाप डॉक्टरों के गलत इलाज से उसकी मौत हो गई।
पिछले साल ऑपरेशन से नजमा का एक बच्चा हुआ था। आरोप है कि जिस जगह पहले ऑपरेशन हुआ था, उसी जगह फिर से ऑपरेशन कर दिया गया। जिससे उसकी मौत हो गई। मौत के बाद परिजनों में हाहाकार मच गया और डॉक्टर हॉस्पिटल से भाग गए। जानकारी सामने आई है कि महिला के परिजनों को रुपये देकर मामले को दबाने की कोशिश हो रही है।
आपको बता दें कि लगभग पंद्रह दिन पहले में भी सोनिया खेड़ा गांव की रहने वाली आशा मीना देवी एक गर्भवती महिला रानी को अल्ट्रासाऊंड कराने के बहाने झोलाछाप डॉक्टर के पास एंबुलेंस से लेकर आयी थी।
आशा ने अपनी अधिक कमीशन के चक्कर में सरकारी अस्पताल में न ले जाकर एक प्राइवेट झोलाछाप डॉक्टर पूजा यादव के अस्पताल में भर्ती करवा दिया था। इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी।
नजमा के परिजनों का आरोप है कि डाक्टरों ने मृतक महिला का पहले हुए ऑपरेशन की जगह ही फिर से ऑपरेशन कर दिया और गलत इंजेक्शन दिया। जिससे उसकी मौत हो गई। यह मामला नया नहीं है, इससे पहले भी झोलाछाप डॉक्टरों के गलत इलाज से मौतें हुईं हैं। इसके बाद भी इन डॉक्टरों के खिलाफ जिले के अधिकारी कार्रवाई नहीं कर रहे हैं।
यूपी की बात के संवाददाता ने जब सीएमओ से फोन कॉल पर इस मामले को लेकर बात की तो उन्होंने कहा कि महिला की मौत के मामले में कल टीम जांच करने जाएगी। जब उनसे पूछा गया कि लगातार ऐसी मौतें हो रही हैं, लेकिन विभाग की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। तब उन्होंने एक मामले का जिक्र करते हुए कहा कि बांके बिहारी आपको याद होगा। उन्होंने कहा कि मैंने ही बंद कराया है।
बदायूं से संवाददाता विजयभान सिंह की रिपोर्ट।