नोएडा एयरपोर्ट के पास बनने वाले मल्टी-मॉडल लॉजिस्टिक पार्क की योजना में बाधा आ सकती है। यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (YEIDA) के अधिसूचित क्षेत्र में बड़े पैमाने पर आवासीय भूखंडों की अवैध रजिस्ट्री हो रही है। इस पर रोक लगाने के लिए प्राधिकरण ने अलीगढ़ जिला प्रशासन को पत्र लिखा है।
1,040 करोड़ रुपये की लागत का प्रोजेक्ट
यह प्रोजेक्ट कुल 1,040 करोड़ रुपये की लागत से तैयार किया जा रहा है। यीडा के मास्टर प्लान के तहत अलीगढ़ के टप्पल क्षेत्र में मल्टी-मॉडल लॉजिस्टिक पार्क और अन्य परियोजनाओं के लिए 1,900 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहण की योजना है।
पिछले वर्ष, प्राधिकरण ने टप्पल क्षेत्र में 736 हेक्टेयर भूमि के अधिग्रहण के लिए अधिसूचना जारी की थी। वर्तमान में, यहां सामाजिक प्रभाव मूल्यांकन (SIA) प्रक्रिया चल रही है। बावजूद इसके, अवैध प्लॉटिंग और बिक्री जारी है, जिससे प्राधिकरण की चिंता बढ़ गई है।
90 गांवों में प्लॉटिंग पर रोक
यीडा ने टप्पल क्षेत्र सहित 90 गांवों में आवासीय प्लॉटिंग पर प्रतिबंध लगाया है। इसके बावजूद, हाल के वर्षों में 500 से अधिक प्लॉट बेचे जा चुके हैं। इन प्लॉट्स को सर्किल रेट से पांच गुना अधिक कीमत पर बेचा गया है।
टप्पल क्षेत्र का मास्टर प्लान में महत्व
यीडा के मास्टर प्लान के दूसरे चरण में टप्पल और मथुरा के बाजना क्षेत्र को शामिल किया गया है। यहां अर्बन सेंटर और लॉजिस्टिक हब बनाने की योजना है।
तीन चरणों में विकसित होगा पार्क
यह पार्क 364 एकड़ क्षेत्र में फैला होगा और इसे तीन चरणों में विकसित किया जाएगा।
- पहला चरण: 205 एकड़ में होगा, जिसमें 154 एकड़ मुख्य लॉजिस्टिक्स संचालन के लिए निर्धारित है।
- दूसरा चरण: 110 एकड़ में तैयार होगा।
- तीसरा चरण: 48 एकड़ में विकसित किया जाएगा।
यह पार्क आधुनिक सुविधाओं और मजबूत कनेक्टिविटी से लैस एक बड़ी औद्योगिक टाउनशिप के रूप में काम करेगा। इससे कॉर्पोरेट और औद्योगिक निवेश को बढ़ावा मिलेगा।
प्राधिकरण की कार्रवाई
यीडा के ओएसडी शैलेंद्र सिंह ने बताया कि अलीगढ़ जिला प्रशासन को अवैध रजिस्ट्री पर रोक लगाने के लिए पत्र लिखा गया है। प्राधिकरण इस क्षेत्र में अवैध गतिविधियों को रोकने के लिए सख्त कदम उठा रहा है।