Yogi NEWS:मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर भर्ती परीक्षा पेपर लीक होने से रोकने और धांधली खत्म करने के लिए फूलप्रूफ इंतजाम करते हुए नई नीति जारी कर दी गई है। एक भर्ती परीक्षा कराने के लिए चार एजेंसियों की अलग-अलग जिम्मेदारी होगी। परीक्षार्थियों को अपने गृह मंडल के बाहर परीक्षा देने जाना होगा।
निशक्तों और महिलाओं पर यह प्रतिबंध लागू नहीं होगा। चार लाख से अधिक परीक्षार्थी होने पर दो चरणों में परीक्षाएं संपन्न होंगी। वहीं रिजल्ट बनाने में धांधली को रोकने के लिए आयोग और बोर्ड स्वयं ही ओएमआर शीट को स्कैनिंग कराएंगी।
परीक्षा केंद्र बनाने के लिए
योगी ने परीक्षा केंद्र बनाने के लिए दो श्रेणियां बनाई हैं। पहली श्रेणी में राजकीय इंटर कॉलेज से लेकर मेडिकल और इंजीनयिरंग कॉलेजों को रखा गया है। वहीं दूसरी श्रेणी में एडेड स्कूलों को रखा गया है। वित्त विहीन स्कूलों व कॉलेजों में परीक्षा केंद्र नहीं बनाया जाएगा। इस आदेश को अपर मुख्य सचिव कार्मिक डा. देवेश चतुर्वेदी ने गुरुवार की रात शासनादेश जारी करते हुए सभी आयोगों और बोर्डों को भेज इसे दिया है।
एक पाली में मात्र 4 लाख परीक्षार्थी
एक पाली में अधिकतम चार लाख परीक्षार्थियों को ही रखा जाएगा। पीसीएस परीक्षा को एक ही पाली में कराने की छूट होगी। प्रश्नपत्र के हर पन्ने पर गोपनीय सुरक्षा चिह्न जैसे यूनिक बार कोड, क्यूआर कोड, यूनिक सीरियल नंबर डालने होगा। जिससे जरूरत होने पर, उसकी सीरीज के बारे में जानकारी प्राप्त की जा सके।
प्रश्नपत्र लाने व ले जाने के बक्से की टेंपर प्रूफ मल्टीलेयर पैकेजिंग होगी। प्रश्नपत्र सेटिंग के लिए पर्याप्त समय दिया जाएगा। परीक्षा नियंत्रक द्वारा प्रश्न पत्र छापने वाली एजेंसी का नियमित निरीक्षण किया जाएगा
ओएमआर शीट तीन सेटों में होगी। मूल प्रति आयोग व बोर्ड के पास होगी। दूसरी सीलबंद कोषागार व तीसरी अभ्यर्थियों को दी जाएगी। परीक्षा के दौरान आयोग व बोर्ड किसी भी तरह की अफवाह का खंडन करेगा और परीक्षा के दौरान एसटीएफ व पुलिस के संपर्क में रहेंगे। परीक्षा के दौरान कंट्रोल रूम से कड़ी निगरानी रखी जाएगी।