उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को मदरसा शिक्षा व्यवस्था की उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक में कहा कि अब मदरसों की मान्यता केवल धार्मिक शिक्षा के आधार पर नहीं दी जाएगी, बल्कि अवस्थापना मानकों, आधुनिक शिक्षा के समावेश, और पारदर्शिता के आधार पर दी जाएगी। सीएम ने निर्देश दिया कि मदरसा विद्यार्थियों को आधुनिक विषयों का लाभ मिलना चाहिए और शिक्षा को रोजगारपरक बनाया जाना चाहिए।
सीएम योगी ने कहा: “हमारा उद्देश्य केवल सुधार नहीं, बल्कि नवाचार और समावेशिता के माध्यम से मदरसा शिक्षा को मुख्यधारा में लाना है।” इसी के साथ अब मदरसों में SCERT आधारित पाठ्यक्रम, गणित, विज्ञान, सामाजिक विज्ञान, अंग्रेजी और हिंदी जैसे आधुनिक विषयों को भी पढ़ाया जाएगा।
सीएम योगी ने इसे विचारणीय बताते हुए शिक्षा की गुणवत्ता और छात्रों की रुचि बढ़ाने के निर्देश दिए।
1. निदेशक, अल्पसंख्यक कल्याण की अध्यक्षता में समिति गठित
2. स्कूलों जैसे मानक और नई शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप पाठ्यक्रम
3. शिक्षकों की अर्हता और चयन प्रक्रिया में बदलाव
4. मदरसा शिक्षा को गुणवत्तापूर्ण और रोजगारपरक बनाने पर जोर
5. पाठ्यक्रम में धर्मशास्त्र, अरबी-फारसी के साथ आधुनिक विषयों का समावेश