प्रयागराज में आयोजित होने जा रहे कुंभ 2025 के लिए योगी सरकार ने सभी देशवासियों को आमंत्रित करने की योजना बनाई है। इस विशाल आयोजन की ब्रांडिंग और आमंत्रण के लिए सरकार के मंत्री देश के विभिन्न प्रदेशों का दौरा करेंगे। कार्यक्रम दिसंबर के पहले सप्ताह से आरंभ होगा।
प्रयागराज में कुंभ मेला 13 जनवरी से 26 फरवरी 2025 तक आयोजित होगा। इसे दिव्य और भव्य बनाने के लिए योगी सरकार ने तैयारियों को पहले ही आरंभ कर दिया है। साधु और संतों ने कुंभ में अपनी उपस्थिति दर्ज करानी शुरू कर दी है। कुभ में देश और विदेश से 40 हजार करोड़ से अधिक की संख्या में पर्यटक और श्रद्धालुओं के आने की संभावना है।
कुंभ में सभी देशवासियों को आमंत्रित करने के लिए सरकार के दोनों डिप्टी सीएम, सभी कैबिनेट मंत्री, राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार, और अन्य मंत्री राज्यों का दौरा करेंगे। वे राज्यों के मुख्यमंत्रियों और अन्य मंत्रियों से मिलकर उन्हें कुंभ के लिए आमंत्रित करेंगे। इसके अलावा, प्रेस कांफ्रेंस द्वारा स्थानीय जनता को भी कुंभ में आने का निमंत्रण दिया जाएगा।
सरकार की मंशा है कि कुंभ 2025 के माध्यम से यूपी की एक विशिष्ट पहचान स्थापित की जाए। सभी श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए आवास, भोजन, परिवहन और स्नान सहित सभी आवश्यक व्यवस्थाएँ उपलब्ध कराई जाएंगी, जिससे उनका विश्वास प्राप्त किया जा सके।
सरकार कुंभ मेले में कई नए कीर्तिमान स्थापित करने की तैयारी में है। इसमें सबसे अधिक श्रद्धालुओं का स्नान, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस का उपयोग, और अत्याधुनिक तकनीक द्वारा सुरक्षा जैसे नवाचार शामिल हैं। वहीं यूनेस्को और अन्य अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं के सहयोग से कुंभ मेले को और अधिक ख्याति मिल सकती है जिसके लिए सरकार निरंतर प्रयासरत्न है।
सूत्रों के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, आरएसएस प्रमुख मोहनराव भागवत और केंद्र सरकार के सभी मंत्री कुंभ में स्नान करने आएंगे। देश के अधिकांश राज्यों के मुख्यमंत्री और प्रमुख उद्योगपतियों को भी धार्मिक लाभ अर्जित करने के लिए आमंत्रित किया जाएगा।